ईटेलर फ्लिपकार्ट ने बुधवार को कहा कि उसने परिचालन और सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया है, जिसमें किराना वस्तुएं भी शामिल हैं। यह फैसला 21 दिनों तक लॉकडाउन को देखते हुए लिया गया। हालांकि ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में आवश्यक सामानों और सेवाओं को प्रदान करने की अनुमति दी थी।
फ्लिपकार्ट ने अपनी तीन आपूर्ति श्रंखलाओं -किराना, गैर-बड़ी वस्तुओं और बड़ी वस्तुओं- के आर्डर लेने पर 25 मार्च से अस्थायी रूप से रोक लगा दी है।
फ्लिपकार्ट ने अपनी वेबसाइट के जरिए इसकी जानकारी दी है, जहां एक पोस्ट में लिखा है, “हेलो, भारतीय साथियों, हम अपना कामकाज अस्थायी रूप से रोक रहे हैं। आपकी जरूरत हमेशा से ही हमारी प्राथमिकता रही है और हमारा यह वायदा है कि जितनी जल्दी संभव होगा, हम आपकी सेवा के लिए वापस आएंगे।”
फ्लिपकार्ट ने कहा, “अभी जो कठिन हालात हैं ऐसा कभी नहीं देखा गया। इसके पहले कभी ऐसा नहीं हुआ कि सुरक्षित रहने के लिए लोगों को अलग-अलग रहना पड़ा हो। इसके पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि देश की मदद के लिए घर में बैठना पड़ा हो। हम आपसे यह आग्रह करते हैं कि घर में रहें और सुरक्षित रहें, हम फिर आपकी सेवा में होंगे।”
कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक ईमेल में, फ्लिपकार्ट के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आदर्श मेनन ने लिखा है कि, “वरिष्ठ अधिकारी इसका मूल्यांकन करेंगे कि सरकार और हितधारकों के परामर्श से आपूर्ति श्रंखलाओं को वापस कैसे शुरू किया जाए लेकिन फिलहाल कोई भी आर्डर स्वीकार नहीं होगा।”
गौरतलब है कि देशभर में लॉकडाउन की वजह से एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, बिगबास्केट और ग्रॉफर्स जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों को अपना कामकाज चलाने में मुश्किल आ रही है। इन कंपनियों का कहना है कि वे सिर्फ जरूरी सेवाओं की आपूर्ति कर रही हैं, लेकिन इनके डिलिवरी पर्सन्स को पुलिस के लोग रोक रहे हैं। इसकी वजह से इनका कारोबार ठप पड़ गया है।