“मणिरत्न का राज्य” कहलाने वाला यह स्थान प्रकृति के अपार सौंदर्य से भरपूर है
इस राज्य में जहां एक ओर पहाड़ों की श्रृंखला है, वहीं चारों तरफ हरियाली फैली हुई है। इसे 'मणिरत्न का राज्य' कहा जाता है। यहां पहुंचने पर वास्तव में इसका नाम सार्थक प्रतीत होता है।

भारत विविधताओं से भरा देश है, जहाँ हर राज्य की अपनी एक अलग पहचान और संस्कृति है। कहीं बंजर रेगिस्तान है, तो कहीं विशाल समुद्र। कहीं हिमालय की बर्फीली चोटियाँ हैं, तो कहीं हरे-भरे पहाड़ों का मनमोहक दृश्य।
ऐसा ही एक अनूठा राज्य है मणिपुर, जिसे “लैंड ऑफ जेम्स” यानी मणिरत्नों की भूमि कहा जाता है।
मणिपुर की प्राकृतिक भव्यता
यह राज्य मुख्य रूप से 9 पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जिनके बीच एक अंडाकार घाटी फैली हुई है। इस अद्भुत भौगोलिक संरचना के कारण ही इसे एक अनमोल रत्न की तरह माना जाता है। मणिपुर की प्राकृतिक सुंदरता इतनी मोहक है कि यह हर पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर देती है।
संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत
मणिपुर उत्तर-पूर्व भारत के सात बहनों में से एक महत्वपूर्ण राज्य है। इसकी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराएँ, इतिहास और विरासत दूर-दूर तक लोगों को आकर्षित करती हैं। हालाँकि, यहाँ वास्तव में कोई कीमती रत्न या मोती नहीं मिलते, लेकिन इस राज्य की परंपरा, कला, नृत्य और प्राकृतिक सौंदर्य इसे “लैंड ऑफ जेम्स” की उपाधि दिलाते हैं।
लोकतक झील और तैरते हुए द्वीप
मणिपुर की प्रसिद्ध लोकतक झील, जो अपने फुमदी (तैरते हुए द्वीपों) के लिए जानी जाती है, यहाँ का एक प्रमुख आकर्षण है। प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए यह स्थान किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
मणिपुर का अनूठा सौंदर्य और सांस्कृतिक धरोहर इसे भारत के सबसे विशेष राज्यों में से एक बनाते हैं।