कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) ने पश्चिम बंगाल के नादिया जिले के मायापुर स्थित अपने वैश्विक मुख्यालय में भक्तों के आने-जाने के घंटों को कम कर दिया है। मंदिर के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी। इस्कॉन मायापुर के संचार प्रमुख सुब्रतो दास ने आईएएनएस से कहा, “भक्तों के लिए मंदिर परिसर में ‘दर्शन’ का समय गुरुवार से सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे और शाम 5 बजे से शाम 7.30 बजे तक होगा।”
उन्होंने कहा, “कतार को इस तरह से व्यवस्थित किया जाएगा कि भक्त परिसर में प्रवेश करेंगे, मंदिर में प्रार्थना करेंगे और बाहर निकल जाएंगे।”
निर्धारित मार्ग के अलावा, मुख्यालय के अन्य सभी हिस्से तीर्थयात्रियों के लिए निषेध कर दिए गए हैं। परिसर के प्रवेश द्वार पर तीर्थयात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी और मंदिर में प्रवेश करने से पहले उन्हें अनिवार्य कीटाणुशोधन करना होगा।
दास ने कहा कि मंदिर में रहने वाले भक्तों और परिसर में रहने वाले भक्तों के बीच सुरक्षित दूरी बनाए रखने के लिए बैरिकेडिंग की जाएगी। इस्कॉन गेस्टहाउस में 15 अप्रैल तक नई बुकिंग नहीं ली जाएगी।
उन्होंने कहा, “21 मार्च के बाद से सभी बुकिंग्स को रद्द कर दिया जाएगा और सिर्फ बंद प्रसाद ही भक्तों को वितरित किया जाएगा। मंदिर की दीवारों और फर्श की दिन में दो बार सफाई की जाएगी।”
इस्कॉन कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार की ओर से लगाए गए सभी प्रतिबंधों का पालन कर रहा है।