अभिनेत्री कृति सेनन ने रविवार को लोगों से यौन शोषण के खिलाफ ‘मी टू’ अभियान को जिम्मेदारी के साथ संभालने और अपनी गुमनामी के कारण अभियान को कमजोर नहीं करने का आग्रह किया। कृति का मानना है कि किसी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने से पहले पुरुष और महिला को अपनी पहचान उजागर करनी चाहिए।
‘बरेली की बर्फी’ की अभिनेत्री ने ट्विटर पर अपने विचार साझा किए।
कृति ने कहा, “क्या होगा जब किसी के खिलाफ एक ‘गुमनाम लड़की’ की ‘मी टू’ कहानी सामने आएगी? क्या हम उस पर आसानी से विश्वास कर लेंगे और वह भी बिना जाने कि वह लड़की कौन है या वास्तव में है भी या नहीं? किसी निष्कर्ष पर कोई कैसे पहुंचेगा? क्या यह सही है कि पीड़िता के नाम के बिना ही आई मी टू कहानी के आरोपी को ‘दोषी’ मान लिया जाए? क्या मीडिया को ऐसी कहानियों को दिखाना चाहिए?”
कृति के मुताबिक, बिना पहचान की कहानी किसी का नाम और करियर दोनों खराब कर सकती है।
इसलिए उन्होंने सभी से ‘मी टू’ अभियान को जिम्मेदारी के साथ संभालने और इसके लिए वैधानिक तरीका तलाशने को कहा है।
28 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा, “वह लोग जो अपनी मी टू कहानियां साझा करना चाहते हैं, उन सभी महिलाओं/पुरुषों को अपने नामों व चेहरों के साथ खुले में आना चाहिए। या फिर प्राथमिकी व कानूनी मामला दाखिल करना चाहिए ताकि मामले की जांच हो सके और मी टू अभियान न कमजोर हो सके और न इसका दुरुपयोग हो सके।”
कृति ने उन लड़कियों की सराहना की, जिन्होंने लोगों के सामने अपनी उत्पीड़न की कहानियों के बारे में बोला। उन्होंने कहा कि मी टू अभियान लोगों में कुछ भी गलत करने से पहले डर लाएगा।