मंगल पर पहले की मान्यताओं की तुलना में पानी अधिक ऑक्सीजन युक्त हो सकता है। यह सैद्धांतिक रूप से ऑक्सी श्वसन के समर्थन के लिए पर्याप्त है। यह बात एक नए शोध में सामने आई है, जिसमें लाल ग्रह पर पर्यावास की संभावनाओं के बारे में पारंपरिक मान्यताओं को चुनौती दी गई है।
कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (कैलटेक) व नासा के जेट प्रपोल्सन लैबोरेटरी (जेपीएल) के वैज्ञानिकों की अगुवाई वाले एक दल ने गणना की है कि अगर मंगल पर तरल जल मौजूद है (कुछ विशेष परिस्थितियों में) तो इसमें पूर्व धारणा से अधिक ऑक्सीजन हो सकता है।
इस शोध को नेचर जिओसाइंस नामक पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। इस शोध रपट के अनुसार, आक्सीजन की मात्रा सैद्धांतिक रूप से सामान्य ऑक्सी श्वसन के लिए आवश्यक सीमा से अधिक हो सकती है।