लॉकडाउन के दौरान अफरा-तफरी से बचने/बचाने के क्रम में गाजियाबाद पुलिस ने जो कदम उठाये हैं, वे नजीर बन गए हैं। गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने हमेशा गली-मोहल्लों में गश्त करने वाली सरकारी मोटरसाइकिलों को जनसेवा में जुटा दिया है। इसकी एक बानगी गाजियाबाद शहर में आईएएनएस की टीम को बुधवार दोपहर के वक्त मिली। जब आईएएनएस की टीम ने अपनी आंखों से लोगों के घरों में खाने-पीने के सामान से लेकर गैस का सिलेंडर तक पुलिसकर्मियों द्वारा अपनी सरकारी मोटरसाइकिलों पर लादकर पहुंचाते देखा।
इस बाबत लॉकडाउन में जिले के चप्पे चप्पे का जायजा ले रहे गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया, “‘लॉकडाउन’ में भी हम जनता की सेवा नहीं करेंगे तो फिर हमारे होने का क्या मतलब? लॉकडाउन का मतलब रोजमर्रा की जरुरतों की किल्लत नहीं है। लॉकडाउन भीड़ को सड़क-घरों से कम करने की कोशिश है।”
एसएसपी दोपहर बाद दिल्ली गाजियाबाद बार्डर पर भी ‘लॉकडाउन’ की हकीकत जानने पहुंचे थे।
एसएसपी का कहना था कि, ‘हमें कई जगह से रोजमर्रा की जरुरतों की चीजों की मांग 112 के जरिये की जा रही है। ऐसे में जितना ज्यादा से ज्यादा संभव हो पा रहा है हम कर रहे हैं। कुछ लोगों ने दवा, गैस सिलेंडर, किचिन का सामान जैसे राशन आदि 112 पर कॉल करके मांगा था। चूंकि मैंने पहले ही इस सेवा पर गंभीरता से पुलिस को अमल करने की हिदायत दे रखी है। लिहाजा हमारे मोटर साइकिलों से गश्त कर रहे जवानों ने तुरंत जरुरत का सामान संबंधित पतों पर खरीद कर पहुंचाया। सामान मिलने पर घर-परिवार वालों ने उसका भुगतान संबंधित पुलिस कर्मियों को कर दिया।’
आईएएनएस से बात करते हुए एसएसपी नैथानी ने आगे कहा, “दिन रात लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी पर मुस्तैद पुलिसकर्मियों की सेहत का भी ख्याल रखना मेरी जिम्मेदारी है। लिहाजा पुलिस वालों के भोजन के लिए बाकायदा कुछ स्थानों पर मैस की व्यवस्था की गई है। पुलिसर्मियों को बहुतायत में मास्क, पानी, सैनेटाइजर भी उपलब्ध कराया गया है।’
एसएसपी ने बताया, “लॉकडाउन ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों को भोजन-पानी के लिए ड्यूटी स्थल से दूर न जाना हो। इसका भी ख्याल रखने की कोशिश कर रहा हूं। सभी थानों में मौजूद मैस में राशन की भरपूर उपलब्धता सुनिश्चित करने को थाना प्रभारियों को कहा है। मैं खुद भी मौका मिलने पर पुलिस वालों के मैस अचानक चैक कर रहा हूं।”