शहर की पुलिस ने एक व्यक्ति को नकली थर्मामीटर बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया है, जिसका इस्तेमाल थर्मल स्क्रीनिंग के लिए किया जाता है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह इन्हें काफी ज्यादा कीमत पर बेच रहा था। पुलिस ने उसके पास से 70 उपकरणों को जब्त कर लिया है। पुलिस उपायुक्त कुलदीप जैन ने आईएएनएस को बताया, “हमने केशव को आईपीसी की धारा 420 के तहत 16,000 रुपये में नकली थर्मामीटर बेचने के लिए गिरफ्तार किया है।”
सुब्रह्मण्यनगर पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर केशव को राजाजीनगर में पकड़ा गया था।
जैन ने कहा कि केशव ने चेन्नई से 2,000 रुपये में थर्मामीटर खरीदे। इन्हें चीन में बनाया गया था।
जैन ने यह भी कहा, “चूंकि वे आयातित थे इसलिए उनमें कोई एमआरपी नहीं है, लोग बस उन्हें खरीद रहे थे। प्रारंभिक जांच में पता चला कि कुछ तालुका स्वास्थ्य अधिकारियों (टीएचओ) ने भी उन्हें 15,000 रुपये में सरकारी धन से खरीदा है।”
केशव ये थर्मल स्क्रीनर को फस्र्ट फ्लोर सर्जिकल शॉप से लेकर सरकारी एजेंसियों और किसी भी निजी व्यक्ति को बेच रहा था।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग आम जनता में कोविड-19 के डर का फायदा उठा रहे हैं। “इन दिनों हर किसी को थर्मामीटर चाहिए होता है, यहां तक कि आपको खुद भी लगता है कि आपके पास जांच करने के लिए थर्मामीटर होना चाहिए।”
इसी तरह, केंद्रीय अपराध शाखा पुलिस ने शिवकुमार को एक नकली सैनिटिाइजर बनाने और ज्यादा रेट पर बेचने के लिए गिरफ्तार किया है।
जैन ने कहा, “हमने शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया है और उसके पास से 5,000 नकली सैनिटाइजर की बोतलें जब्त की हैं। उन पर आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है।”
शिवकुमार श्रीरामपुरा में दो-बेड रूम के फ्लैट में यह काम कर रहा था।