फ्लैश फ्लड में लापता हुए 9 में से 4 जवान
लापता लोगों में चार बीआरओ के जवान और एक दूरसंचार कंपनी के दो मजदूर शामिल हैं।
शिमला : हिमाचल प्रदेश के ठंडे रेगिस्तानी जिले लाहौल-स्पीति में बुधवार तड़के फ्लैश फ्लड में एक व्यक्ति की मौत हो गई और चार सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवानों सहित 9 लोगों के बह जाने की आशंका है। बादल फटने के बाद जिला मुख्यालय केलांग से करीब 15 किलोमीटर दूर उदयपुर अनुमंडल में टोजिंग नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद यह आपदा आई।
पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा ने आईएएनएस को फोन पर बताया कि लापता लोगों में चार बीआरओ के जवान और एक दूरसंचार कंपनी के दो मजदूर शामिल हैं। वे एक वाहन में पांगी-किलर की ओर जा रहे थे, जो अचानक फ्लैश फ्लड में बह गया।
उन्होंने कहा कि घायलों में से एक को कुल्लू शहर के एक सरकारी अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जबकि तीन लोगों को बचा लिया गया।
रिपोटरें में कहा गया है कि मनाली-लेह राजमार्ग पर भी बड़े पैमाने पर भूस्खलन के कारण यातायात बाधित हुआ हैं और हाईवे पर सैलानियों समेत कई वाहन फंस गए हैं।
मंडी शहर के आगे कई जगहों पर भूस्खलन के कारण मंडी-कुल्लू-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग भी चंडीगढ़ से कट गया है। बताया जा रहा है कि सार्वजनिक परिवहन और पर्यटक वाहन वहीं फंस गए हैं।
भारी बारिश के चलते बीआरओ ने मनाली-लेह हाईवे और मनाली-उदयपुर हाईवे को बंद कर दिया है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को अगले आदेश तक मनाली से केलांग होते हुए लेह की ओर जाने पर रोक लगा दी गई है।
सरकार ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए एक सलाह जारी की है कि वे ऊंचे पहाड़ों, नदियों के पास घूमने और भूस्खलन की चपेट में आने वाले अन्य स्थानों से दूर रहें।
इस सप्ताह की शुरूआत में किन्नौर जिले के सांगला-बटेसेरी मार्ग पर भीषण भूस्खलन में नौ पर्यटकों की मौत हो गई थी। वे एक वाहन में यात्रा कर रहे थे।