उत्तर प्रदेश में बांदा जिले की देहात कोतवाली क्षेत्र के लामा गांव में महज डेढ़ सौ रुपये के लिए हुए विवाद में एक दलित ईंट व्यवसायी की हत्या कर दिए जाने के मामले का खुलासा कर पुलिस ने गुरुवार को गांव के ही एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) लाल भरत कुमार पाल ने गुरुवार को संवाददातओं को बताया कि 11 अक्टूबर की शाम लामा गांव का निवासी दलित ईंट व्यवसायी मोहन वर्मा (46) शराब के नशे में गाली-गलौज कर रहा था, इसी दौरान वह गलियाते हुए ताश खेल रहे कुछ लोगों के पास गया। वहां अनूप प्रजापति उर्फ बाबू से उसकी हाथापाई हो गई, जिससे मोहन की टीशर्ट फट गई। कुछ देर बाद ताश का खेल बंद कर अनूप अपने घर जाने लगा तो मोहन भी उसके पीछे चल दिया और अपनी फटी टीशर्ट की कीमत 150 रुपये मांगा। इस पर विवाद ज्यादा बढ़ गया। अनूप ने मोहन के गले में पड़े गमछे से उसका गला कस दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि यह वाकया जब अनूप के पिता रामकिशोर ने देखा तो वह परेशान हो गया और अपराध से बचने के लिए शव के हाथ-पैर बांधकर दोनों ने अनिल मिश्रा के निजी नलकूप के पानी के टैंक में शव को फेंक दिया।
एएसपी ने बताया कि शव मिलने पर मोहन के भाई ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसका खुलासा कर अनूप प्रजापति को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि उसके पिता रामकिशोर की तलाश में छापेमारी की जा रही है। पुलिस हिरासत में आरोपी ने भी कथित तौर पर अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।