सात साल पहले देश को हिलाकर रख देने वाले दिल्ली के भीषण निर्भया सामूहिक दुष्कर्म के बाद, कानपुर की ऑर्डनेंस (युद्ध सामग्री व अस्त्र-शस्त्र बनाने वाली) फैक्ट्री में खासतौर से महिलाओं के लिए हल्के वजन की रिवॉल्वर बनाई जा रही है, जो लोगों (खासकर महिलाओं) को आकर्षित कर रही है।
इस तरह के गंभीर मामलों को रोकने के लिए रिवॉल्वर को निर्भीक नाम दिया गया है। अभी तक दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में इस रिवॉल्वर की करीब 2,500 प्रतियां बेची जा चुकी हैं।
फैक्ट्री बोर्ड के एक प्रतिनिधि ने अंतर्राष्ट्रीय पुलिस एक्सपो में रिवॉल्वर दिखाते हुए कहा, “निर्भीक को एक मजबूत और आसान आत्मरक्षा हथियार के रूप में लांच किया गया है, जिसे महिलाएं अपने पर्स में भी रख सकती हैं।”
एक प्रतिनिधि ने कहा, “इस रिवॉल्वर के अच्छे परिणाम देखे गए हैं। लांचिंग के पहले पांच वर्षो के अंदर 2,500 से अधिक रिवाल्वर बेची जा चुकी हैं।”
एक साधारण रिवॉल्वर जहां 700 ग्राम से अधिक वजन की होती है, वहीं निर्भीक रिवाल्वर का वजन महज 500 ग्राम है। अधिकारियों ने कम वजन व रखरखाव में कम खर्च की खूबी को ही इस रिवॉल्वर की सफलता का मुख्य कारण बताया है।
रिवॉल्वर की कीमत अधिक होने के बावजूद इसकी बिक्री अविश्वसनीय है। एक सामान्य रिवॉल्वर की कीमत जहां एक लाख रुपये तक रहती है, वहीं निर्भीक की कीमत 1.20 लाख रुपये है, जो कि जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) शामिल होने के बाद 1.40 लाख रुपये की मिलती है।
निर्भीक आसानी से 10 मीटर की दूरी तक लक्ष्य बना सकती है। वहीं फैक्ट्री का दावा है कि रिवॉल्वर 15 मीटर तक लक्ष्य भेदने के अलावा 0.32 (7.65 मिमी) बोर क्षमता की प्रभावी रेंज के साथ मिलती है।