प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर बुधवार को 182 मीटर ऊंची ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण किया। नर्मदा नदी में साधु बेट द्वीप पर निर्मित यह प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है।
इस प्रतिमा के निर्माण में 2,389 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं और यह पटेल को समर्पित है, जिन्होंने 1947 में बंटवारे के बाद रजवाड़ों में बंटे देश को जोड़ने में अहम भूमिका अदा की थी।
यह प्रतिमा चीन के स्प्रिंग टेम्पल बुद्धा की प्रतिमा (153 मीटर) से लगभग 29 मीटर ऊंची और न्यूयॉर्क स्थित स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी (93 मीटर) से लगभग दोगुनी है।
मोदी द्वारा पटेल की इस विशाल प्रतिमा के अनावरण के बाद इसके ऊपर से भारतीय वायुसेना के तीन विमानों ने उड़ान भरी और आकाश में तिरंगा बनाया।
गुजरात सरकार को उम्मीद है कि यह प्रतिमा पर्यटन को बढ़ावा देगी और रोजाना 15,000 पर्यटक इसे देखने आएंगे।
सरदार पटेल की इस प्रतिमा के अलावा मोदी ने ‘वैली ऑफ फ्लावर्स’ और ‘टेंट सिटी’ का भी उद्घाटन किया।