अफगानिस्तान के परवान प्रांत के चारीकर शहर में राष्ट्रपति अशरफ गनी की चुनावी रैली में मंगलवार को हुए विस्फोट में 26 लोगों की मौत हो गई और 42 लोग घायल हो गए। हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। हमला पूर्वान्ह 11.40 बजे (स्थानीय समय अनुसार) चारीकर शहर में उस वक्त हुआ, जब लोग रैली में भाग लेने के लिए आए हुए थे। गनी और उनके दोस्त अमरुल्लाह सालेह इस हमले में बाल-बाल बचे हैं। विस्फोट उस वक्त हुआ जब राष्ट्रपति रैली को संबोधित करने ही वाले थे।
पहले खबरों में कहा गया था कि आयोजन स्थल परिसर के बाहर एक मोटरसाइकिल में रखे बम में विस्फोट किया गया। लेकिन बाद में अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट आत्मघाती हमलावर ने किया। वह बम रखी मोटरसाइकिल को चला रहा था और बाद में उसने खुद को वाहन सहित उड़ा दिया।
राष्ट्रपति गनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि चुनावी रैली तय कार्यक्रम के अनुसार हुई। अफगानिस्तान में 28 सितम्बर को चुनाव होने हैं।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि रैली की सुरक्षा में लगे सुरक्षाबल उनका निशाना थे।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अफगान रक्षा मंत्रालय की इमारत और अमेरिकी दूतावास के पास ही मंगलवार को एक दूसरा विस्फोट हुआ। इसकी जिम्मेदारी भी तालिबान ने ली। इस हमले में तीन लोग मारे गए।
अगस्त में तालिबान ने लोगों को चुनाव का बहिष्कार करने को लेकर चेताया था और धमकी देते हुए कहा था कि चूंकि यह ‘चुनाव विदेशी ताकतों द्वारा चालाकी से करवाई जा रही एक कवायद है’, इसलिए इसमें भाग लेने पर हिंसा का सामना करना पड़ेगा।
वर्तमान मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला सहित 17 अन्य उम्मीदवारों के साथ राष्ट्रपति गनी भी चुनावी मैदान में हैं।
अफगान शांति समझौते के लिए दोहा में अमेरिकी और तालिबान प्रतिनिधियों के बीच 2018 के बाद से नौ बार बैठकेंहुईं, लेकिन इस साल सितंबर महीने में काबुल में हुई अमेरिकी जवान की हत्या के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वार्ता को निलंबित कर दिया।