सोमवार दोपहर को चंद्रयान-2 ले जाने वाले भारत के रॉकेट जियोसिंक्रोनिक सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल- मार्क तृतीय (जीएसएलवी -एमके तृतीय) का प्रक्षेपण देखने के लिए 7,500 लोगों ने इसरो में ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। लॉन्च देखने के लिए विभिन्न स्थानों के लोगों ने पंजीकरण कराया है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “रॉकेट का प्रक्षेपण देखने के लिए कुल 7,500 लोगों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है।”
इसरो ने हाल ही में आम जनता को भी प्रक्षेपण देखने की अनुमति दे दी है। इसके लिए एक गैलरी बनाई गई है। गैलरी की क्षमता हालांकि करीब 10,000 लोगों की है, इसरो की योजना यह संख्या धीरे-धीरे बढ़ाने की है।
अपने पीछे नारंगी आग उगलते हुए रॉकेट को आसमान की ओर बढ़ते देखना एक अद्भुत अनुभव होगा।
इसरो ने आंध्र प्रदेश सरकार से सुल्लुरुपेटा और प्रक्षेपण स्थल के बीच शटल चलाने का आग्रह किया, जिससे वहां आने वालों को परेशानी ना हो।
प्रक्षेपण देखने आने वालों के परिवहन के साधनों की जानकारी लेते हुए इसरो ने पार्किं ग की व्यवस्था की है।