चांद पर भेजे गए भारतीय स्पेसक्राफ्ट चंद्रयान-2 ने बुधवार को सफलतापूर्वक लूनर ट्रांसफर ट्रैजेक्टरी (एलटीटी) में प्रवेश कर लिया है। यह जानकारी इंडियन स्पेस एजेंसी ने दी।
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) के अनुसार, चंद्रयान की ऑर्बिट को बढ़ाने को लेकर तड़के 2.21 बजे स्पेसक्राफ्ट के मोटरों को 1,203 सेकेंड्स के लिए फायर किया गया था।
इसरो ने कहा, “इसके साथ ही चंद्रयान -2 ने लूनर ट्रांसफर ट्रैजेक्टरी में प्रवेश कर लिया है। इससे पहले स्पेसक्राफ्ट की ऑर्बिट को 23 जुलाई से 6 अगस्त 2019 के बीच पांच गुना बढ़ाया गया था।”
जीएसएलवी एमके3-एम1 वाहन द्वारा 22 जुलाई, 2019 को लॉन्च किए जाने के बाद से स्पेसक्राफ्ट चंद्रयान -2 के सभी सिस्टम सामान्य रूप से प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसरो के अनुसार, चंद्रयान-2, 20 अगस्त 2019 को चांद की कक्षा में पहुंचेगा।