भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करते हुए गुरुवार को यहां ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले जा रहे सीरीज के पांचवें और आखिरी वन डे मैच में वेस्टइंडीज को सम्मानजनक स्कोर भी हासिल नहीं करने दिया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम 31.5 ओवरों में 104 रनों पर ही ढेर हो गई। यह वेस्टइंडीज का भारत के खिलाफ वनडे में सबसे कम स्कोर है। इससे पहले उसका भारत के खिलाफ सबसे कम स्कोर 121 था जो उसने 27 अप्रैल 1997 को पोर्ट ऑफ स्पेन में बनाया था।
भारतीय गेंदबाजों खासकर रवींद्र जडेजा के आगे विंडीज के बल्लेबाज कुछ भी नहीं कर पाए। उसके सिर्फ तीन बल्लेबाज ही दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके। कप्तान जेसन होल्डर ने सबसे ज्यादा 25 रन बनाए। टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाज मार्लन सैमुएल्स ने 24 रनों का योगदान दिया। रोवमैन पावेल ने 16 रन बनाए।
मेहमान टीम ने अपना पहला विकेट पहले ही ओवर की चौथी गेंद पर खो दिया था। केरन पावेल को भुवनेश्वर कुमार ने विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी के हाथों कैच कराया। केरन जब आउट हुए तब टीम का खाता भी नहीं खुला था।
अगले ओवर में जसप्रीत बुमराह ने शाई होप (0) को बोल्ड कर विंडीज को बड़ा झटका दिया। पावेल और सैमुएल्स ने कुछ समय विकेट पर बिताते हुए टीम का स्कोर 36 तक पहुंचाया। यहां जडेजा ने सैमुएल्स का विकेट लेकर उनकी पारी का अंत किया।
जडेजा ने ही शिमरोन हेटमायेर (9) को आउट किया। खलील अहमद ने 57 के कुल स्कोर पर पावेल को पवेलियन भेज विंडीज टीम को पांचवां झटका दिया।
आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी और उसके बड़े स्कोर की उम्मीदें भी खत्म हो गई थीं। बुमराह ने फाबियान एलेन को आउट कर अपना दूसरा विकेट हासिल किया। होल्डर, खलील अहमद का शिकार बने। किमो पॉल को 94 के कुल स्कोर पर आउट कर कुलदीप ने अपना खाता खोला। जडेजा ने केमर रोच (5) और फिर ओशाने थॉमस (0) को आउट कर विंडीज की पारी का अंत किया।
भारत के लिए जडेजा ने चार विकेट अपने नाम किए। बुमराह और अहमद को दो-दो विकेट मिले। भुवनेश्वर और कुलदीप ने एक-एक विकेट लिया।