भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने गुरुवार को इस बात का सबूत दिया कि बुधवार को पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर स्थित भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाए जाने के हवाई हमले में लड़ाकू विमान एफ-16 का इस्तेमाल किया गया। भारत ने निर्णायक सबूत के तौर पर एएम-आरएएएम मिसाइल का मलबा पेश करते हुए कहा कि बुधवार की सुबह हवाई मुठभेड़ में एफ-16 के एक विमान को मार गिराया गया।
इस हवाई मुठभेड़ में भारत को एक मिग-21 विमान गंवाना पड़ा। इसके एक दिन बाद भारतीय सेना के तीनों अंगों-थल सेना, नौसेना और वायुसेना- की संयुक्त वार्ता में भारत ने पाकिस्तानी हमले का सबूत दिया।
एयर वाइस मार्शल आर.जी.के. कपूर ने कहा कि पाकिस्तान भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने में एफ-16 के इस्तेमाल को लेकर झूठ बोल रहा है।
कपूर ने कहा, “एएम-आरएएएम मिसाई (एआईएम-120 एडवांस्ड मीडियम रेंज एयर टू एयर मिसाइल) का मलबा भारत के रजौरी इलाके से बरामद किया गया। पाकिस्तान के पास इस जो विमान हैं उनमें एफ-16 ही मिसाइल को ले जा सकता है।”
विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने विमान से मुठभेड़ किया और हवाई जहाजों की जंग में बेहतर तरीके से आर-73 मिसाइल दागा।
एफ-16 इस्तेमाल किए जाने का एक और सबूत देते हुए कपूर ने कहा, “आईएएफ आसानी से पता लगा सकता है कि उसके हवाई क्षेत्र में कौन सा लड़ाकू विमान उड़ रहा है।”
उन्होंने कहा कि हर विमान का एक खास इलेक्ट्रॉनिक संकेत होता है और आईएएफ द्वारा मिलान किए गए संकेत से खुलास होता है कि पाकिस्तानी अभियान में एफ-16 विमानों का इस्तेमाल किया गया था।