दिल्ली कैपिटल्स ने रविवार को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण के मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को अपने घर फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में 16 रनों से मात देकर प्लेऑफ में जगह बना ली है। दिल्ली ने 2012 के बाद से पहली बार प्लेऑफ में प्रवेश किया है।
दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान श्रेयस अय्यर (57), सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (50) के बाद शेरफेन रदरफोर्ड की आखिरी ओवर में तेज तर्रार पारी की बदौलत बेंगलोर के सामने 188 रनों का लक्ष्य रखा था। बेंगलोर 20 ओवरों में सात विकेट खोकर 171 रन ही बना सकी।
इस सीजन यह इन दोनों टीमों के बीच दूसरी भिडं़त थी। पहले मैच में दिल्ली ने बेंगलोर को उसके घर में हराया था। फिरोज शाह कोटला पर यह इन दोनों टीमों के बीच कुल नौवां मैच था जिसमें से छह में बेंगलोर को जीत मिली है तो वहीं तीन में दिल्ली को।
बेंगलोर ने शुरुआत तो अच्छी की थी, लेकिन मध्य के ओवरों में नियमित अंतराल पर बड़े खिलाड़ियों के आउट होने के कारण बेंगलोर राह भटक गई। इस हार के साथ ही बेंगलोर की प्लेऑफ की उम्मीदें खत्म हो गई हैं।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी बेंगलोर को जिस तरह की आक्रामक शुरूआत की जरूरत थी कप्तान विराट कोहली (23) और पार्थिव पटेल (39) ने उसे वैसे ही शुरुआत दी। दोनों ने आक्रामकता से बल्लेबाजी की और पांच ओवरों में टीम का स्कोर बिना किसी नुकसान के 56 रनों तक पहुंचा दिया। छठे ओवर में कागिसो रबाडा ने पटेल को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। पावर प्ले खत्म होने के बाद बेंगलोर का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 64 रन था।
पटेल के आउट होने के बाद कोहली भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और आठवें ओवर में अक्षर पटेल की गेंद पर रदरफोर्ड के हाथों लपके गए। कोहली का विकेट 68 के कुल स्कोर पर गिरा। कप्तान के जाने के बाद भी बेंगलोर की रनगति गिरी नहीं थी। अब्राहम डिविलियर्स (17) और शिवम दूबे (24) तेजी से रन कर रहे थे, लेकिन सीमा रेखा के पास अक्षर के एक शानदार कैच ने डिविलियर्स को पवेलियन भेज बेंगलोर का स्कोर तीन विकेट पर 103 रन कर दिया। हेनरिक क्लासेन (3) 108 के कुल स्कोर पर अमित मिश्रा की गेंद पर आउट हो गए। क्लासेन के आउट होने से बेंगलोर की टीम दबाव में आ गई थी। दूबे भी दबाव में बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में मिश्रा की गेंद पर धवन द्वारा बेहतरीन तरीके से लपके गए।
इसके बाद, मार्कस स्टोइनिस (नाबाद 24) और गुरकीरत सिंह मान (27) ने छठे विकेट के लिए 49 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत दिलाने की कोशिश की, लेकिन यह दोनों बढ़ती हुई रनगति से पीछे ही रहे। 19वें ओवर की चौथी गेंद पर ईशांत ने गुरकीरत को आउट किया। आखिरी ओवर में बेंगलोर को जीत के लिए 26 रनों की जरूरत जो वो बना नहीं सकी।
इससे पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली की शुरुआत भी अच्छी रही थी लेकिन मध्य के ओवरों में कुछ विकेट लगातार अंतराल पर गिरने से दिल्ली का मजबूत स्कोर तक पहुंचना मुश्किल लग रहा था, हालांकि रदरफोर्ड ने अंत में 13 गेंदों पर तीन छक्के और एक चौके की मदद से नाबाद 28 रन बना दिल्ली को 20 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 187 रनों का स्कोर दिया।
दिल्ली के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (18) ने कुछ अच्छे शॉट्स के साथ शुरुआत की, लेकिन वह ज्यादा दूर नहीं जा सके और 35 के कुल स्कोर पर उमेश यादव का शिकार बने। धवन को यहां से कप्तान अय्यर का साथ मिला। दोनों बल्लेबाजों ने बिना किसी परेशानी के बल्लेबाजी की। दोनों अच्छे गैप भी निकाल रहे थे और करीबी रन भी चुरा रहे थे।
37 गेंदों में धवन और अय्यर ने 50 रन जोड़ लिए थे। 11.3 ओवरों में इन दोनों ने दिल्ली का स्कोर 100 कर दिया। अगली गेंद पर धवन ने अपने 50 रन पूरे किए। इसके अगले ओवर की दूसरी गेंद पर धवन, युजवेंद्र चहल की गेंद पर वाशिंगटन सुंदर के हाथों लपके गए। धवन ने अय्यर के साथ मिलकर टीम के स्कोर बोर्ड में 68 रनों का इजाफा किया। धवन ने अपनी पारी में 37 गेंदों का सामना किया तथा पांच चौके और दो छक्के लगाए।
धवन के जाने के बाद भी अय्यर ने अपना खेल जारी रखा। उन्होंने 14.3 ओवर में चहल की गेंद पर छक्का मार कर अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके एक गेंद बाद दिल्ली को बड़ा झटका लगा। ऋषभ पंत (7) चहल की गेंद पर पगबाधा आउट करार दे दिए गए। पंत ने रिव्यू लिया जो असफल रहा।
अय्यर भी 129 रनों के कुल स्कोर पर सुंदर की गेंद पर कोहली के हाथों लपके गए। उन्होंने 37 गेंदों की पारी में दो चौके और तीन छक्के लगाए। कोलिन इनग्राम (11) भी 141 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट लिए।
यहां लग रहा था कि दिल्ली मजबूत स्कोर से वंचित रह जाएगी, लेकिन रदरफोर्ड और अक्षर पटेल (नाबाद 16) ने छठे विकेट के लिए 46 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूत स्कोर दिया। इस जोड़ी ने आखिरी ओवर में 20 रन जोड़े।
बेंगलोर के लिए चहल ने दो विकेट लिए। सुंदर, उमेश यादव, नवदीप सैनी ने एक-एक विकेट लिए।