प्रौद्योगिकी के खुल्लम-खुल्ला दुरुपयोग में जयपुर में किशोरों को अपने आधार कार्ड पर अपनी उम्र में फर्जीवाड़ा करते देखा गया है, ताकि वे ए-रेटेड बॉलीवुड फिल्म ‘कबीर सिंह’ को देख सकें। शाहिद कपूर अभिनीत फिल्म कबीर सिंह सिनेमा हॉल में सुपरहिट चल रही है। लेकिन इसे ‘वयस्क’ प्रमाण पत्र मिला हुआ है, जिससे 18 वर्ष से कम आयु के लोग फिल्म नहीं देख सकते। यह एक बड़ी समस्या है।
आकाश (बदला हुआ नाम) ने आईएएनएस से कहा, “मैंने और मेरे दोस्तों ने हमारे आधार कार्ड की तस्वीरें उतारीं और अपनी जन्मतिथि बदलने के लिए एक मोबाइल एप पर उन्हें संपादित किया। किसी ने हमें थिएटर के प्रवेश द्वार पर नहीं रोका और हम फिल्म देखने में कामयाब रहे।”
एक अन्य छात्र युवराज (परिवर्तित नाम) ने कहा, “हमने बुकमाई शो के जरिए अधिक संख्या में टिकट बुक किए और आश्चर्यजनक रूप से किसी ने हमारी उम्र या पहचान प्रमाण के बारे में नहीं पूछा।”
टिकट बुकिंग वेबसाइट बुकमाई शो के एक अधिकारी ने कहा, “टिकट बुक करते समय हमारी साइट पर एक पॉप-अप दिखाई देता है, जो कहता है कि 18 वर्ष से कम उम्र के लोग ए-रेटेड फिल्म नहीं देख सकते। लेकिन लोग इस पॉप-अप को नजरअंदाज करते हैं और टिकट बुक करते हैं। चूंकि यह ऑनलाइन लेन-देन होता है तो हम उनके आईडी प्रमाण पत्र नहीं मांगते, जो सिनेमा हॉल के प्रवेश द्वार पर जांचे जाते हैं।”
इनॉक्स लीजर लिमिटेड के वीपी-ऑपरेशंस राजीव पटनी ने माना कि ‘कबीर सिंह’ के साथ मल्टीप्लेक्स को चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। इस फिल्म को देखने किशोर बड़ी संख्या में आ रहे हैं।
पटनी ने आईएएनएस से कहा, “हम ए-रेटेड फिल्मों की स्क्रीनिंग के दौरान टिकट संबंधी कड़े दिशानिर्देशों का पालन करते हैं। जब अतिथि बॉक्स-ऑफिस पर ऐसी फिल्मों के बारे में पूछताछ करते हैं, तो उन्हें स्पष्ट रूप से आयु प्रतिबंध के बारे में सूचित किया जाता है।”