आज मनोज बाजपेयी को इंडस्ट्री के सबसे बेहतरीन कलाकारों में से एक माना जाता है, लेकिन एक वक्त ऐसा भी था, जब उन्हें सख्ती से यह बताया गया था कि एक कलाकार के तौर पर उनकी जगह क्या है। मनोज ने कहा, “बड़े होने के दौरान इस बात पर कोई संदेह नहीं था कि मैं अमिताभ बच्चन का प्रशंसक हूं। मैं उनके साथ किसी और की बराबरी नहीं कर सकता था, लेकिन जब मैं थिएटर में काम करने के लिए दिल्ली आया, तब मुझे एहसास हुआ कि एक अभिनेता के तौर पर मेरी जगह कहां है या यूं कहें कि मुझे यह बताया गया था।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं कुछ शब्दों को भी सही से बोल नहीं पाता था और लोग इस तरह की फब्तियां कसते थे कि ‘नसीरुद्दीन शाह की पिक्चरें नहीं देखी है क्या?’ मैंने सचमुच नहीं देखी थी, क्योंकि इस तरह की फिल्में मेरे होमटाउन में नहीं दिखाई जाती थी। उस वक्त से मैंने ओम पुरी और नसीरुद्दीन शाह की फिल्में देखना शुरू किया और उनके अभिनय की बारकियों को समझा।”
‘द कपिल शर्मा शो’ में मनोज ने कहा, “तब मुझे लगा कि काश मुझे उनके साथ मिलने और काम करने का सौभाग्य मिलता, तो उनसे सबकुछ सीख लेता।”
उन्होंने इन दिग्गज कलाकारों के प्रति सम्मान भाव रखते हुए इन बातों को साझा किया और यह भी कहा कि कभी-कभार जब वह काफी इमोशनल होते हैं तो आधी रात को भी नसीरुद्दीन को कॉल कर लेते हैं।