प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत में बाघों की संख्या 2014 के मुकाबले 2018 में काफी बढ़ी है। उन्होंने यहां अपने आधिकारिक आवास पर ऑल इंडिया टाइगर एस्टिमेशन के चौथे चक्र के परिणाम जारी करते हुए कहा, “भारत में 2014 में जहां बाघों की संख्या 2,226 थी, वहीं अब 2018 में यह आंकड़ा 2,967 हो गया है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “नौ साल पहले, सेंट पीटर्सबर्ग में निर्णय लेकर साल 2022 तक बाघों की आबादी दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया था। भारत में हमने यह लक्ष्य चार साल पहले पूरा कर लिया।”
उन्होंने आगे कहा, “घोषित किए गए बाघ जनगणना के परिणामों से हर भारतीय को और हर प्रकृति प्रेमी को खुशी मिलेगी।”
इंडिया टाइगर एस्टिमेट 2010 के अनुसार, 2010 में बाघों की आबादी अनुमानित रूप से 1,706 थी, जबकि 2006 में यह 1,411 रही थी।
संरक्षण के प्रयासों के बाद बाघों की आबादी 2014 में बढ़कर 2,226 हुई और 2018 में 2,967 पहुंच गई।
मोदी ने कहा कि लक्ष्य हासिल करने के लिए विभिन्न हितधारकों ने जिस गति और समर्पण के साथ काम किया, वह ‘उल्लेखनीय’ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि लगभग तीन हजार बाघों के साथ, भारत दुनिया में बाघों के लिए सबसे बड़े और सबसे सुरक्षित घरों में से एक है।
पर्यावरण और विकास के मुद्दे पर चल रहे संघर्ष पर टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मुझे लगता है कि विकास और पर्यावरण के बीच एक स्वस्थ संतुलन बनाना संभव है।”