3 राज्य में 4 नए केंद्रीय विद्यालय
जिन चार केन्द्रीय विद्यालयों का उद्घाटन किया जाना है, उनके नाम हैं नयागढ़ केंद्रीय विद्यालय, महुलदिहा केंद्रीय विद्यालय, हनुमानगढ़ केंद्रीय विद्यालय और फरीदाबाद केंद्री विद्यालय।
नई दिल्ली : हरियाणा, उड़ीसा व राजस्थान में 4 नए केंद्रीय विद्यालयों शुरूआत की जा रही है। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के चित्तूर में स्थित आईआईआईटी श्रीसिटी में ज्ञान सर्किल वेंचर्स टेक्नोलॉजी बिजनेस इन्क्यूबेटर भी शुरू किया जाएगा। जिन चार केन्द्रीय विद्यालयों का उद्घाटन किया जाना है, उनके नाम हैं नयागढ़ केंद्रीय विद्यालय (ओडिशा), महुलदिहा केंद्रीय विद्यालय, राईरंगपुर (ओडिशा), हनुमानगढ़ केंद्रीय विद्यालय (राजस्थान) और फरीदाबाद केंद्री विद्यालय (हरियाणा)।
इसके अलावा आईआईआईटी श्रीसिटी चित्तूर आंध्र प्रदेश में एमईआईटीवाई-वित्तपोषित टेक्नोलॉजी बिजनेस इन्कुबेटर का भी उद्घाटन किया जाएगा।
अब तक अस्थायी भवन से संचालित इन चारों स्कूलों के निर्माण पर लगभग 68.60 रुपये करोड़ की लागत लगी। इनसे ओडिशा, हरियाणा और राजस्थान में लगभग 4000 विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक 8 अक्टूबर को इन विद्यालयों का उद्घाटन करेंगे।
आईआईआईटी श्रीसिटी ने एंटरप्रेन्योरशिप को ध्यान में रखते हुए 2020 में ही टीबीआई, ज्ञान सर्किल वेंचर्स का शुभारंभ किया था। ज्ञान सर्किल वेंचर्स सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) द्वारा अनुमोदित टेक्नोलॉजी इन्क्यूबेशन एंड डेवलपमेंट आफ एंटरप्रेनयर्स (टीआईडीई 2.0) के रूप में कार्य करेगा।
यह कई विषयों में नवाचार और उद्यमिता का संवर्धन करता है। यहां नई तकनीकों जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई),ब्लाक-चेन, साईबर फिजिकल सिस्टम (सीपीएस), साईबर सिक्यूरिटी, इंटरनेट आफ थिंग्स (आईओटी), रोबोटिक्स इत्यादि द्वारा एंटरप्रेन्योरशिप की भावना का विकास किया जाएगा।
ज्ञान सर्किल वेंचर्स विभिन्न चरणों में निवेश, अवसंरचना और परामर्श के जरिए सहायता प्रदान करते हुए नवाचार तथा स्टार्टअप का हब बनेगा। टीबीआई में एक सलाहकार समिति होगी, जिसमें प्रमुख उद्योगपति, उद्यमी एवं तकनीकी विशेषज्ञ शामिल होंगे। यह इन्क्यूबेटर को शैक्षिक एवं उद्योग जगत के विशेषज्ञ परामर्शदाताओं और नेटवर्क से लाभ उठाने में समर्थ बनाएगा।
वर्चुअल उद्घाटन समारोह के दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्थानीय लोगों और गणमान्य अतिथियों को भी संबोधित करेंगे।