अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के मौके पर महिला संगठनों द्वारा यहां निकाले गए ‘औरत मार्च’ पर पथराव करने के आरोप में पुलिस ने 12 मौलानाओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, उनमें जमीयते उलेमाए इस्लाम-फजल के स्थानीय नेता मौलाना अब्दुल मजीद हिजरावी भी शामिल हैं। अन्य सभी भी मदरसों से संबद्ध मौलाना हैं।
राजधानी इस्लामाबाद में बीते दिन ‘औरत मार्च’ पर यह पथराव किया गया था जिसमें कम से एक व्यक्ति को चोटें आई थीं। मार्च प्रशासन से अनुमति लेने के बाद इसके लिए निर्धारित स्थान पर हो रहा था, जब पुरुषों के एक समूह ने इसे बाधित करने के लिए इस पर पथराव किया। पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया था।
प्राथमिकी में कहा गया है कि विभिन्न धार्मिक-राजनैतिक संगठनों व मदरसों के छात्रों ने नेशनल प्रेस क्लब के सामने की जगह पर जबरन कब्जा कर लिया था जहां से मार्च होना था। इनके नेताओं ने हिंसा के लिए उकसाया जिसके बाद मार्च में शामिल लोगों पर ईंट-पत्थर फेंके गए। इन लोगों ने जबरन मार्च में घुसने की भी कोशिश की।
‘औरत मार्च’ पर हुए इस पथराव की चौतरफा निंदा के बीच पाकिस्तान की मानवाधिकार मामलों की मंत्री शिरीन मजारी ने कहा कि जिन तत्वों ने शांतिपूर्ण मार्च पर हमला किया, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
‘औरत मार्च’ में लगने वाले नारों और इसकी सोच को धार्मिक-राजनैतिक संगठनों ने ‘इस्लाम विरोधी’ बताते हुए इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। देश में अन्य जगहों पर मार्च शांतिपूर्वक निपट गया लेकिन इस्लामाबाद में इस पर हमला कर दिया गया।