महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर हिंदुत्व के नायक विनायक दामोदर सावरकर उर्फ वीर सावरकर आजादी के समय प्रधानमंत्री बनते तो पाकिस्तान नहीं बनता।
इस दौरान ठाकरे ने वीर सावरकर के लिए मरणोपरांत भारत रत्न की अपनी मांग को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के विकास के लिए महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू दोनों के योगदान को अस्वीकार नहीं किया जा सकता है, मगर देश का राजनीतिक परिदृश्य केवल दो परिवारों तक ही सीमित नहीं है।
शिवसेना प्रमुख ने कहा, “मैंने नेहरू को भी ‘वीर’ कहा होता, अगर उन्होंने जेल में महज 14 मिनट भी बिताई होती, जबकि सावरकर ने 14 साल जेल में बिताए। उन्हें अब हमारी सत्ताधारी हिंदुत्व सरकार (राजग) द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए।”
ठाकरे ने मंगलवार देर रात विक्रम संपत द्वारा लिखी गई एक नई जीवनी, ‘सावरकर : इकोस फ्रॉम ए फॉरगॉटेन पास्ट’ की लॉन्चिग के दौरान यह बात कही।
हिंदुत्व के प्रतीक के रूप में खुले तौर पर सावरकर की आलोचना करने वाले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए ठाकरे ने कहा कि पुस्तक की एक प्रति उन्हें भी दी जानी चाहिए।
दरअसल 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में कहा था कि हिंदुत्व शब्द को लोकप्रिय बनाने वाले वीर सावरकर ने जेल से उनकी रिहाई के बदले में ब्रिटिश सरकार से माफी मांगी थी।