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अधिकांश परिवारों ने जरूरी सामानों के लिए चुकाए अधिक पैसे

बाढ़ और मूसलाधार बारिश होने के चलते इन सामानों की आपूर्ति में गिरावट आई और यही कीमतों के बढ़ने की प्रमुख वजह रही।

नई दिल्ली : देश भर में जरूरत की कई चीजों की कीमतों में इस साल वृद्धि देखी गई, खासकर आलू, प्याज और टमाटर की कीमतें काफी अधिक रहीं। बाढ़ और मूसलाधार बारिश होने के चलते इन सामानों की आपूर्ति में गिरावट आई और यही कीमतों के बढ़ने की प्रमुख वजह रही। सामानों की कीमतें बढ़ने से लोगों को घर चलाने में काफी दिक्कतें आईं क्योंकि देशभर में महामारी के प्रकोप का प्रभाव आमदनी पर भी पड़ा।

लोकल सर्किल्स ने यह देखने के लिए एक सर्वे किया कि प्रति किलो के हिसाब से प्याज, टमाटर और आलू को खरीदने में लोगों को कितना अधिक भुगतान करना पड़ा क्योंकि पिछले दो महीनों में सब्जियों की बढ़ती कीमतों को लेकर उपभोक्ताओं में नाराजगी देखने को मिली है।

सर्वेक्षण में यह भी समझने का प्रयास किया गया कि साल 2019 की तुलना में इस बार इन्हीं सब्जियों की खरीददारी में लोगों ने औसत कितना अधिक भुगतान किया। इसमें देश के 242 जिलों से 16,000 से अधिक उत्तरदाताओं के जवाब मिले, जिनमें से 58 प्रतिशत टियर-1, 23 फीसदी टियर-2 और 17 फीसदी उत्तरदाता टियर-3, जबकि 4 शहरों और ग्रामीण इलाकों से रहे।

इनसे पूछा गया पहला सवाल यह रहा कि हाल के समय में आपको एक किलो आलू, प्याज और टमाटर खरीदने में कितने अधिक पैसे चुकाने पड़े? इस पर 8,273 नागरिकों के जवाब मिले।

उल्लेखनीय रूप से, 71 प्रतिशत नागरिकों ने कहा कि वे टमाटर के लिए 50 रुपये प्रति किलोग्राम, आलू के लिए 40 रुपये प्रति किलोग्राम और प्याज के लिए 50 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत चुका रहे हैं।

लोकल सर्किल्स की तरफ से इसी साल 11 सितंबर को एक और सर्वे किया गया था, जिसमें देखा गया कि लोगों ने प्रति किलोग्राम के हिसाब से टमाटर के लिए 60 रुपये, आलू के लिए 30 रुपये और प्याज के लिए 25 रुपये चुकाए हैं।

इससे पता चलता है कि ग्राहकों द्वारा प्रति किलो के दर से चुकाए गए आलू की कीमतों में औसतन 30 फीसदी वृद्धि हुई है, प्याज में 100 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि केवल एक ही महीने में टमाटर की कीमतों में 15 फीसदी तक की गिरावट आई है। इन सब्जियों पर किए गए सर्वेक्षण के आंकड़ों से पता चलता है कि 42 फीसदी नागरिकों ने टमाटर को 60 रुपये या उससे अधिक, आलू को 60 रुपये या उससे अधिक और प्याज को 70 रुपये या उससे अधिक कीमतों पर खरीदा।

अब अगर टमाटर की बात करें, तो पिछले 30 दिनों में टमाटर की कीमतों में औसतन 15 फीसदी गिरावट देखने को मिली है। वहीं आलू के लिए प्रति किलोग्राम के हिसाब से 30 फीसदी और प्याज के लिए 100 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

लोगों से दूसरा सवाल यह पूछा गया कि साल 2019 के मुकाबले इस साल अब तक टमाटर, प्याज और आलू के लिए आपको औसतन कितना अधिक चुकाना पड़ा? 7,904 नागरिकों से इस सवाल पर प्रतिक्रिया मिली। उल्लेखनीय रूप से, 70 प्रतिशत परिवारों ने कहा कि उन्होंने प्रति किलोग्राम के हिसाब से टमाटर, आलू और प्याज को खरीदने के लिए इस साल 25-100 प्रतिशत अधिक कीमत चुकाई है।

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