गुजरात के पाटीदार समाज के लिए आरक्षण की आवाज उठाने वाले हार्दिक पटेल ने सोमवार को सवर्ण वर्ग के आर्थिक आधार पर कमजोर लोगों को 10 फीसदी आरक्षण देने के केंद्र के फैसले को आगामी लोकसभा चुनाव से पहले चुनावी हथकंडा बताया है। इस घोषणा के तुरंत बाद पटेल ने संवाददाताओं से कहा, “मूल बात यह है कि जब संसद के शीतकालीन सत्र के खत्म होने में मात्र दो दिन बचे हैं, तब सरकार एक विधेयक लाती है। यह खुद बताता है कि यह एक राजनीतिक हथकंडा है।”
पाटीदार नेता ने कहा, “यह एक और लॉलीपॉप है..हर खाते में 15 लाख रुपये के वादे और दो करोड़ रोजगार के बाद एक और जुमला है।”
उन्होंने कहा कि इसे सवर्ण और हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की ओर गए मतदाताओं को वापस अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए लाया गया है।
पाटीदारों को आरक्षण के लिए राज्य स्तरीय आंदोलन करने वाले हार्दिक पटेल ने जोर देते हुए कहा, “इसी सरकार ने इस बात का हवाला देते हुए विभिन्न जातियों को आरक्षण देने से मना कर दिया था कि 50 फीसदी से ज्यादा आरक्षण नहीं दिया जा सकता। अब वे इसे कैसे करेंगे।”