कांग्रेस ने बुधवार को एक ऑडियो फाइल जारी की जिसमें ऐसा लग रहा है कि गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे कथित तौर पर कह रहे हैं कि गोवा के मुख्यमंत्री व पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के पास राफेल सौदे की सभी फाइलें हैं। कांग्रेस ने इन फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग की है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फ्रांस से लड़ाकू जेट की खरीद से संबंधित सभी दस्तावेज संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के पास जमा कराने की भी मांग की।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस ऑडियो फाइल को जारी किया जिसमें गोवा के स्वास्थ्य मंत्री राणे और एक अन्य व्यक्ति के बीच टेलीफोन पर बात होती सुनाई दे रही है। इस व्यक्ति की पहचान नहीं बताई गई है। कांग्रेस प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस सौदे पर सफाई देने और उन फाइलों को सार्वजनिक करने के लिए कहा ‘जिनका उपयोग पर्रिकर केंद्र और भाजपा को धमकी देने के लिए कर रहे हैं।’
सुरजेवाला ने कहा, “गोवा के मंत्री राणे ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं कि सभी राफेल फाइलें पर्रिकर के पास हैं। राफेल सौदे के सारे राज राणे ने खोल दिए हैं। अगर मोदी के पास छुपाने के लिए कुछ नहीं है तो वे फाइलें पर्रिकर के बेडरूम में क्यूं हैं जिनका इस्तेमाल वह (पर्रिकर) यह सुनश्चित करने के लिए कर रहे हैं कि कोई उनके साथ कुछ कर नहीं सके।”
मीडियाकर्मियों के बीच सुरजेवाला ने जो ऑडियो फाइल सुनाई उसमें एक व्यक्ति जिसे कांग्रेस राणे बता रही है, वह कह रहा है कि ‘मुख्यमंत्री ने एक दिलचस्प बयान दिया है कि उनके बेडरूम में राफेल की सारी जानकारी है।’
इसमें कथित तौर राणे को यह कहते सुना जा रहा है, “उन्होंने कहा कि ये मेरे बेडरूम में है। यहीं फ्लैट में. राफेल का एक-एक दस्तावेज मेरे पास है..इसका मतलब है कि वह उन्हें बंधक (रैन्सम) बनाए हुए हैं।” सुरजेवाला ने दावा किया कि यह पिछले सप्ताह गोवा की कैबिनेट मीटिंग के बाद की रिकॉर्डिग है।
कांग्रेस के इस आरोप को दोहराते हुए कि ‘राफेल सौदा भारत का सबसे बड़ा रक्षा घोटाला है’, सुरजेवाला ने यह जानने की मांग की कि फाइलें पर्रिकर के पास क्यूं हैं और उन्होंने सवाल किया कि क्या मोदी गोवा के मुख्यमंत्री से ‘डरते’ हैं।
उन्होंने कहा, “मोदी कहते हैं कि राफेल सौदे में उनके खिलाफ कोई व्यक्तिगत आरोप नहीं हैं, लेकिन यह ऑडियो उन्हें दोषी बताने का एक सबूत है जिस पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद पहले ही फ्रांसीसी मीडिया से यह कहकर मुहर लगा चुके हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की ओर से एक निजी कंपनी के लिए सौदे किया गया था।”
सुरजेवाला ने सवालिया लहजे में कहा, “प्रधानमंत्री जेपीसी से क्यूं डरते हैं? क्या इसलिए कि वह जानते हैं कि इससे सौदे के पीछे का सारा भ्रष्टाचार सामने आएगा?”
उन्होंने कहा, “पर्रिकर के पास मौजूद फाइलें सार्वजनिक की जानी चाहिए और मोदी को जेपीसी जांच के लिए तैयार होना चाहिए। 10 दिनों के भीतर जेपीसी जांच से राफेल सौदे की सारी सच्चाई सामने आ जाएगी जो देश का सबसे बड़ा रक्षा घोटाला है।”
कांग्रेस के हमले के एक दिन पहले ही मोदी ने एक साक्षात्कार में कांग्रेस पर आरोप लगाया कि राफेल जेट सौदे पर सवाल उठाकर वह सुरक्षा बलों को कमजोर कर रही है। भाजपा का कहना है कि इस सौदे में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।