देश और दुनिया में कोरोनावायरस का प्रकोप है और सभी जगह इसकी रोकथाम के लिए युद्धस्तर पर प्रयास हो रहे हैं। मध्य प्रदेश में भी रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। उज्जैन के महाकाल मंदिर में श्रद्घालुओं के भस्मारती में शामिल होने और गर्भगृह में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। वहीं दतिया जिले के रतनगढ़ के माता मंदिर में श्रद्घालुओं के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, उज्जैन की श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति ने निर्णय लिया है कि आगामी आदेश तक गर्भगृह और महाकाल भगवान की प्रतिदिन सुबह तड़के होने वाली भस्म आरती में श्रद्घालुओं का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा।
महाकाल मन्दिर में भगवान महाकाल की भस्म आरती एवं अन्य आरतियां पुजारी-पुरोहितों के द्वारा की जाएगी। मन्दिर में प्रवेश करने वाले समस्त दर्शनार्थियों की प्रवेश द्वारों पर स्क्रीनिंग की जाएगी।
श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर एस.एस.रावत ने बताया, “मन्दिर के समस्त पुजारी, पुरोहित एवं उनके प्रतिनिधियों से विस्तार से चर्चा करने के बाद कोरोनावायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु आगामी आदेश तक गर्भगृह में आम श्रद्घालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित किया है। महाकाल मन्दिर में आने वाले समस्त दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रात: छह बजे से होगा। मन्दिर परिसर में स्थित अन्य मन्दिरों में बांधे जाने वाले रक्षासूत्र, कलावा, धागे, डोरे इत्यादि बांधने पर भी पूर्णत: प्रतिबंध लगाया गया है।”
इसके साथ ही कोरोनावायरस के संक्रमण के मद्देनजर उज्जैन के महाकाल मंदिर में कार्यरत कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमैट्रिक मशीन से नहीं होगी। कर्मचारियों की उपस्थिति रजिस्टर के आधार पर दर्ज होगी।
इसी तरह दतिया जिले में स्थित रतनगढ़ की माता के मंदिर में भी श्रद्घालुओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई है। प्रशासन ने श्रद्घालुओं से अपेक्षा की है कि वे मंदिर में न जाएं और घर में ही रहकर आराधना करें।