गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस द्वारा जारी ऑडियो टैप के साथ छेड़छाड़ की गई है, क्योंकि पर्रिकर ने राफेल पर कभी बात ही नहीं की। कांग्रेस ने जो ऑडियो जारी किया है, उसमें कथित तौर पर राणे को यह कहते हुए सुना जा रहा है कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने राफेल सौदे से जुड़ी फाइलें अपने बेडरूम में रखी हैं।
पूर्व कांग्रेस नेता राणे ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि उनका सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच चल रहे सत्ता के खेल के एक मोहरे के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर्रिकर से कथित ऑडियो बातचीत के स्रोत और यह कैसे वायरल हुआ, इसकी जांच करने के लिए राज्य पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय एजेंसियों की मदद लेने के लिए कहा है।
उन्होंने कहा, “जो ऑडियो वायरल हो रहा है, उसके साथ छेड़छाड़ की गई है। मुख्यमंत्री को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को इसकी जांच के निर्देश देने चाहिए। मनोहर पर्रिकर ने राफेल पर कभी बात नहीं की थी।”
राणे ने कहा, “वे (कांग्रेस) राफेल को सनसनीखेज करने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्रीय एजेंसियों को इस मामले की जांच करनी चाहिए, ताकि चीजें सामने आ सकें। इस विषय पर चर्चा करने का कोई सवाल ही नहीं है।”
वहीं, बुधवार सुबह कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक ऑडियो फाइल जारी की, जिसमें कथित तौर पर गोवा के स्वास्थ्य मंत्री राणे और एक अन्य व्यक्ति के बीच टेलीफोन पर बात होती सुनाई दे रही है। इस व्यक्ति की पहचान नहीं बताई गई है। इस ऑडियो में राणे को कहते हुए सुना जा रहा है कि हाल ही में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में पर्रिकर ने कहा था कि राफेल सौदे से जुड़ी फाइलें उनके निजी आवास के बेडरूम में हैं।
सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस सौदे पर सफाई देने और उन फाइलों को सार्वजनिक करने के लिए कहा, ‘जिनका उपयोग पर्रिकर केंद्र और भारतीय जनता पार्टी को धमकी देने के लिए कर रहे हैं।’
कांग्रेस ने इससे पहले भी आरोप लगाया है कि एडवांस्ड पैंक्रियाटिक कैंसर से पीड़ित पर्रिकर मुख्यमंत्री पद छोड़ने से इनकार कर रहे हैं और इस विवादास्पद सौदे से संबंधित फाइलों के जरिए वह प्रधानमंत्री को ‘ब्लैकमेल’ कर रहे हैं।
राणे ने यह भी कहा कि उन्हें पिछले 16 महीनों से कांग्रेस ‘बलि का बकरा’ बना रही है।
राणे के अनुसार, “सचिवालय में मंगलवार को पर्रिकर को देखकर कांग्रेस का मनोबल गिर गया है।”
बीमार चल रहे पर्रिकर चार महीनों के बाद मंगलवार को सचिवालय पहुंचे थे।