उत्तर प्रदेश में बांदा जिले के छिलोलर गांव में शुक्रवार को एक किशोर उम्र का लड़का और दलित परिवार की किशोरी ने अपने-अपने घरों में फंसी लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। कमासिन थाना पुलिस ने बताया कि थाना क्षेत्र के छिलोलर गांव में शुक्रवार को दोपहर बाद करीब तीन से चार बजे के बीच लल्ला यादव के बेटे सुशील (17) और इसी गांव के रामराज की बेटी रोशनी (13) ने अपने-अपने सूने घरों में फंसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है।
पुलिस ने बताया कि दोनों की आत्महत्या के कारणों का अभी पता नहीं चला है। दोनों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए सुरक्षित कर लिए गए हैं। पुलिस का यह भी कहना है कि दोनों की आत्महत्या का एक-दूसरे से कोई संबंध नहीं है। दोनों के घरों की दूरी आधा किलोमीटर के आस-पास होगी।
लल्ला यादव ने बताया कि उसका बेटा होली के मौके पर परदेश से गांव आया था। उसने आत्महत्या क्यों की, यह समझ में नहीं आ रहा है। इसी तरह दलित रामराज ने बताया कि जब घर के सभी सदस्य घर से बाहर काम पर थे, सूना घर पाकर उसकी बेटी ने अपने दुपट्टे के सहारे छप्पर की लकड़ी से फंदे को बांधकर फांसी लगा ली। फांसी लगाने के कारण का पता नहीं चला है।