इमरान सरकार को हटाने के लिए विपक्षी दलों ने किया गठबंधन
8 घंटे तक चली इस मल्टी-पार्टी कॉन्फ्रेंस की मेजबानी पीपीपी ने की थी। इसे वीडियो लिंक के जरिए पद से हटाए गए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी संबोधित किया।
इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रमुख विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार को हटाने की मांग करते हुए एक नया गठबंधन बनाया है। सोमवार को इसकी सूचना दी गई। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, यह गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के नाम से बनाया गया है। रविवार को इसके नेताओं ने सरकार के विरोध में तीन चरणों में आंदोलन करने की घोषणा की। आंदोलन में देशव्यापी सार्वजनिक बैठकें, विरोध प्रदर्शन और रैलियां की जाएंगी। वहीं जनवरी 2021 में इस्लामाबाद के लिए एक निर्णायक रैली निकाली जाएगी।
8 घंटे तक चली इस मल्टी-पार्टी कॉन्फ्रेंस की मेजबानी पीपीपी ने की थी। इसे वीडियो लिंक के जरिए पद से हटाए गए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी संबोधित किया। इसमें विपक्षी नेताओं ने कहा कि वे सभी राजनीतिक और लोकतांत्रिक विकल्पों का उपयोग करेंगे, जिनमें अविश्वास प्रस्ताव लाना और संसद में बड़े पैमाने पर इस्तीफे देना भी शामिल है। वे मांग करेंगे कि प्रधानमंत्री इस्तीफा दें।
प्रेस ब्रीफिंग में पीएमएल-एन के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ और उपाध्यक्ष मरयम नवाज, पीपीपी के अध्यक्ष बिलाल भुट्टो-जरदारी और अन्य प्रमुख विपक्षी नेताओं की उपस्थिति में जेयूआई-एफ के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने अपने ‘एक्शन प्लान’ का विवरण मीडिया के सामने पेश किया।
इस प्लान में वर्तमान सरकार को बाहर करने के उद्देश्य से 26-बिंदुओं की घोषणा की गई है, जिसमें नए स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने, सशस्त्र बलों और खुफिया एजेंसियों की चुनावों में कोई भूमिका नहीं होने, राजनीतिक कैदियों की रिहाई, पत्रकारों के खिलाफ मामलों को वापस लेने, आतंकवाद के खिलाफ राष्ट्रीय कार्य योजना के क्रियान्वयन, चीन-पाकिस्तानआर्थिक गलियारे के तहत परियोजनाओं को गति देने जैसी कई घोषणाएं शामिल हैं।
विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री के सूचना पर विशेष सहायक सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल असीम सलीम बाजवा को बर्खास्त करने और उनके विभिन्न व्यवसायों और संपत्तियों पर आई मीडिया रिपोर्ट को लेकर एक पारदर्शी जांच करने की भी मांग की।