फिर से पहले स्थान पर भारत, वैश्विक उत्पादन का चौथाई हिस्सा अकेले भारत में
देश में दूध उत्पादन लगातार बढ़ रहा है। भारत अब दुग्ध उत्पादन की शक्ति बन चुका है। अपनी बढ़ती क्षमता के साथ, भारत दुनिया के कुल दुग्ध उत्पादन का एक-चौथाई हिस्सा प्रदान कर रहा है, जिससे वैश्विक बाजार पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है।

भारत में दूध उत्पादन लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है। वर्तमान में, जहां वैश्विक स्तर पर प्रति व्यक्ति औसतन 322 ग्राम दूध प्रतिदिन उपलब्ध होता है, वहीं भारत में यह आंकड़ा 471 ग्राम प्रति व्यक्ति प्रतिदिन तक पहुंच चुका है।
इस उपलब्धि के साथ, भारत दूध उत्पादन में पूरी दुनिया से आगे निकल चुका है। पिछले 10 वर्षों में दूध उत्पादन में जबरदस्त उछाल देखा गया है।
भारत में दूध उत्पादन की तेज़ वृद्धि
- 2014-15 में भारत का वार्षिक दूध उत्पादन – 146.3 मिलियन टन
- 2023-24 में भारत का वार्षिक दूध उत्पादन – 239.2 मिलियन टन
- वार्षिक वृद्धि दर – 5.7%
- पिछले 10 वर्षों में कुल वृद्धि – 48%
भारत का वैश्विक दबदबा
भारत 1998 से ही दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बना हुआ है। पिछले 25 वर्षों में कोई भी देश इसे इस स्थान से हटा नहीं सका है। आज दुनिया का 25% दूध यानी हर चौथा लीटर दूध अकेले भारत में उत्पादित हो रहा है।
सरकार की नीतियों का प्रभाव
भारत में पिछले 10 वर्षों में दूध उत्पादन में हुई इस वृद्धि को लेकर लोकसभा में डेयरी विभाग के केंद्रीय मंत्री एस.पी. सिंह बघेल ने महत्वपूर्ण आंकड़े पेश किए। उन्होंने बताया कि सरकारी योजनाओं और नीतियों के चलते देश में दूध उत्पादन में इतना बड़ा उछाल आया है।
भारत का यह रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन अब वैश्विक स्तर पर भी चर्चा का विषय बन चुका है। डेयरी क्षेत्र में भारत की यह सफलता देश की अर्थव्यवस्था और पोषण सुरक्षा के लिहाज से भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।