केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यहां रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व उनके भतीजे अभिषेक पर निशाना साधते हुए कहा कि अगले साल के विधानसभा चुनाव के बाद कोई शहजादा राज्य का मुख्यमंत्री नहीं बनेगा। विधानसभा चुनाव में भाजपा को ‘दो तिहाई बहुमत’ मिलेगा। बीते साल आम चुनाव होने के बाद बंगाल में पहली जनसभा में भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, “लोकसभा चुनाव से पहले ममता दीदी कहती थीं कि हमारे उम्मीदवार अपनी जमानत राशि खो देंगे। लेकिन पहली बार हमने राज्य की 42 में से 18 सीटें जीतीं। ममता दीदी आंकड़े देख सकती हैं। आने वाले विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलेगा .. दो-तिहाई बहुमत और सरकार बनाएगी।”
शाह ने कहा कि उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन में कई राजनीतिक बदलाव देखे हैं।
शहीद मीनार मैदान में विशाल जनसभा को संबोधन में अमित शाह ने कहा, “2014 में भाजपा को केवल 87 लाख वोट मिले। 2019 में आपने अपना प्यार व स्नेह बरसाया और हमें समर्थन दिया। हमें 2.30 करोड़ वोट मिले..मुझे भरोसा है कि हमारे मार्च को नहीं रोका जा सकता।”
अपने भाषण की शुरुआत में माहौल को उत्साहित करते हुए शाह ने ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया और भीड़ से इसे जोर-शोर से दोहराने के लिए कहा, जिससे यह उन लोगों के कान तक पहुंचे, जो नए नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “आप को जोर से आवाज लगानी चाहिए। इस तरह से आप ममता दीदी की सरकार को सत्ता से बेदखल कैसे कर सकते हैं?”
इसके बाद उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का जिक्र किया। इस मुद्दे ने बंगाल में बहुत ज्यादा राजनीतिक कटुता पैदा की है।
वास्तव में शाह की रैली के प्रमुख कारणों में उनकी पार्टी के सीएए के समर्थन अभियान को बढ़ावा देना है।
उन्होंने दोहराया, “मोदी ने लाखों लोगों को नागरिकता दी है।”
ममता बनर्जी द्वारा परिवारवाद को बढ़ावा देने-अभिषेक को आगे बढ़ाने को लेकर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि इस तरह की चीजें बंगाल में नहीं की जा सकतीं।
तृणमूल सांसद अभिषेक, ममता बनर्जी के भतीजे हैं और बंगाल के प्रमुख नेताओं में एक हैं। उन्हें ममता का उत्तराधिकारी माना जा रहा है।
शाह ने अभिषेक का नाम लिए बगैर कहा, “कोई शहजादा बंगाल का अगला मुख्यमंत्री नहीं होगा। धरती का पुत्र ही अगला मुख्यमंत्री होगा।”