भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने अपने जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल मार्क-3 (जीएसएलवी मार्क-3) में आई तकनीकी खराबी को ठीक कर लिया है।
रॉकेट की स्थिति के बारे में हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। सोमवार को चंद्रयान-2 को अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरनी थी, मगर तकनीकी खराबी के कारण इसे निरस्त कर दिया गया था।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अधिकारियों से पता चला है कि गड़बड़ी को सुधार लिया गया है।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि रॉकेट के लांच के लिए कई तारीखों पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लांच की तिथि 20 से 23 जुलाई के बीच रखी जा सकती है।
रॉकेट को भारत के दूसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-2 के साथ सोमवार तड़के 2:51 बजे उड़ान भरनी थी। मगर अधिकारियों को इस लांचिंग के एक घंटा पहले एक खामी का पता चला जिसके बाद इसे स्थगित कर दिया गया।
इसके बाद इसरो ने ट्वीट किया, “इसरो को प्रक्षेपण से एक घंटा पहले एक तकनीकी खराबी का पता चला। एहतियात के तौर पर चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण को रोक लिया गया। संशोधित प्रक्षेपण तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी।”