जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गुरुवार को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में तिरंगा फहराया। राज्य के विशेष दर्जे को निष्प्रभावी किए जाने और दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटे जाने के बाद यह पहला स्वतंत्रता दिवस है। इस मौके पर एकत्र हुए लोगों को संबोधित करते हुए मलिक ने कहा कि सरकार कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित वापसी को लेकर प्रतिबद्ध है, जो 1990 में हजारों की संख्या में घाटी छोड़कर चले गए थे।
मलिक ने यह भी कहा कि पथराव की घटनाओं के साथ-साथ आतंकवादी संगठनों में कश्मीरी युवाओं की भर्ती में कमी आई है।
इससे पहले झंडा फहराने के बाद राज्यपाल ने सुरक्षा बलों के परेड का निरीक्षण किया।