हाथरस मामला, ममता ने कोलकाता में निकाला पैदल मार्च
ममता बनर्जी ने हाथरस की पीड़िता का अंतिम संस्कार रात में किए जाने के घटनाक्रम की तुलना गुरुवार को देवी सीता की 'अग्नि परीक्षा' से की।
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाथरस की युवती के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की घटना के खिलाफ कोलकाता में शनिवार की शाम पैदल मार्च निकाला।
इससे एक दिन पहले दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस के लिए निकले तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को रोक दिया गया था। ममता ने कोलकाता में मार्च का नेतृत्व किया और इस मुद्दे पर कहा कि यह देश के लिए शर्म की बात है।
ममता बनर्जी ने कहा, “चुनाव के दौरान, वे (भाजपा) एक दलित के घर जाते हैं, बाहर से खाना लाते हैं, उसे खाते हैं और दावा करते हैं कि उन्होंने एक दलित के घर खाना खाया। वे दलितों पर अत्याचार करते हैं, उन्हें पीटते हैं। यह घटना पूरी तरह से शर्मनाक है।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को पूरे देश के लिए शर्मनाक करार देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “मेरा हाथरस जाने और पीड़िता के परिवार से मिलने का मन कर रहा है। जो हुआ, वह निंदनीय है।”
ममता बनर्जी ने हाथरस की पीड़िता का अंतिम संस्कार रात में किए जाने के घटनाक्रम की तुलना गुरुवार को देवी सीता की ‘अग्नि परीक्षा’ से की।
तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उसकी महिला सांसद प्रतिमा मंडल जब कथित दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने जा रही थीं, तब जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उनसे गलत व्यवहार किया।
पार्टी ने कई वीडियो क्लिप भी साझा किए, जिनमें यह देखा जा सकता है कि राज्यसभा में उसके नेता डेरेक ओ’ब्रायन को पीड़िता के घर से कुछ ही किलोमीटर पहले रास्ते में पुलिसकर्मी धक्का देकर जमीन पर गिरा रहे हैं और प्रतिमा मंडल से सड़क पर प्रशासनिक अधिकारी धक्कामुक्की कर रहे हैं।