महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से जारी मूसलाधार बारिश से अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है और 75 लोग घायल हो गए हैं। इनमें मुंबई, ठाणे और पुणे में दीवार गिरने से मरने वालों की संख्या भी शामिल है। प्रदेश सरकार ने एहतियातन मुंबई में मंगलवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है।
अधिकारियों के अनुसार, मलाड उपनगर में पिंपरीपाड़ा में एक स्कूल के अहाते की दीवार उससे सटकर बनीं कुछ झोपड़ियां पर गिर गई थी जिससे 13 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 19 हो गई है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), मुंबई अग्निशमन और अन्य एजेंसियों ने मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए व्यापक बचाव अभियान चलाया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य विधानसभा को बताया कि मुंबई में साल 1974 के बाद 24 घंटों में हुई सर्वाधिक बारिश में लगभग 75 लोग घायल हुए हैं।
इससे पहले मंगलवार को पुणे के सिंहगढ़ कॉलेज के अहाते की दीवार उससे सटी झोपड़ियों पर गिरने से सात लोगों की मौत हो गई थी।
सोमवार रात मलाड उपनगर में बाढ़ में फंसे एक वाहन में फंसे दो लोग मंगलवार को मृत पाए गए।
पास में लगे ठाणे जिले के कल्याण कस्बे में राष्ट्रीय उर्दू विद्यालय की चाहरदीवारी गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। इसके अलावा जवाहर में दो लोग बाढ़ में उफनती नदी में बह गए।
भारतीय नौसेना ने कुर्ला के क्रांति नगर में फंसे लगभग 1,000 लोगों को निकालने के लिए रबर की नावें और आईएनएस तानाजी से नौसैनिक गोताखोरों की एक टीम, सशस्त्र जीवन-रक्षक, लाइफ जैकेट्स और खाने के पैकेट भेजीं। इन लोगों को निकाल लिया गया है।
मुंबई और उपनगरों तथा रायगढ़, ठाणे और पालघर जिलों के कस्बों में कमर तक पानी के बीच लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है। वाहन आधे डूब गए हैं, सड़कों पर टेंपो, ट्रक और भारी वाहन फंसे खड़े हैं।
मुंबई में बीईएसटी की कम से कम 150 बसें आधी डूब गई हैं और मंगलवार सुबह से शहर में विभिन्न स्थानों पर फंसी खड़ी हैं।
महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को मुंबई में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। बृह्नमुंबई नगर निगम के आयुक्त प्रवीन परदेशी ने सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दे दिया।