मध्य प्रदेश में शुक्रवार को खटलापुरा घाट पर गणपति विसर्जन के दौरान एक नाव के पलट जाने से 11 लोगों की डूबकर मौत हो गई। यह जानकारी पुलिस ने दी। भोपाल के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) इरशाद वली ने कहा कि इस नाव में 20 से 25 लोग सवार थे, जिसमें सात लोग तैरकर सुरक्षित पहुंच गए और तीन लोग लापता हैं।
यह दुर्घटना पुन: निर्मित राज्य पुलिस मुख्यालय और राज्य आपदा बचाव दल (एसडीआरएफ) के पास निचली झील के खाटलापुरा घाट पर तड़के करीब 4.30 बजे हुई।
11 पीड़ितों की पहचान परवेज खान (15), रोहित मौर्या (30), करन (16), हर्ष (20), सन्नी ठाकरे (22), राहुल वर्मा (30), विकी (28), विशाल (22), अर्जुन शर्मा (18), राहुल मिश्रा (20) व करण (26) के रूप में हुई है।
चश्मदीदों के अनुसार, सरोवर में प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक नाव खतरनाक रूप से झुकने लगी जिससे लोगों ने दूसरे नाव पर कूदने की कोशिश की, जिससे यह दुर्घटना हुई।
इस हादसे के एक वीडियो में दिख रहा है कि लोगों को जान गंवाने में सिर्फ 40 सेंकेड लगा। किसी ने लाइफ जैकेट नहीं पहना था। नाव वाले लोगों को बचाने की बजाय अपनी सुरक्षा के लिए कूद गए।
मारे गए लोग पिपलानी, भेल टाउनशिप के निवासी थे। एसडीआरएफ टीम, गोताखोर व पुलिस टीम लापता लोगों को खोज रही है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं, जिसे भोपाल के जिला कलेक्टर तरुण पिथोडे द्वारा अधिसूचित किया गया। अधिकारियों ने दो नाव वालों -आकाश बाथम व चंगू बाथम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। यह प्राथमिकी निर्मल कुमार दास द्वारा दाखिल एक रिपोर्ट पर दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए 11 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है। इससे पहले की घोषणा में मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए 4 लाख रुपये की घोषणा की थी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ज्यादा सहायता की मांग पर कमलनाथ ने कहा कि वह भाजपा के आकलन पर नहीं जा सकते। भोपाल नगर निगम ने प्रत्येक मृतक के परिवार को दो लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लापवाही के लिए जिम्मेदार लोगों को छोड़ा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 4 लाख रुपये की सहायता थोड़ी राशि है और इसे 25 लाख रुपये किया जाना चाहिए।