धोनी की सन्यास एक युग का अंत है : सौरव
धोनी और रैना ने एक ही दिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करके अपने प्रशंसकों को चौंका दिया हैं।
नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से शनिवार को संन्यास लेने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जमकर तारीफ की है। धोनी और रैना ने एक ही दिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करके अपने प्रशंसकों को चौंका दिया हैं। दोनों दिग्गज बल्लेबाजों ने सोशल मीडिया पर संन्यास की घोषणा की।
गांगुली ने बीसीसीआई के एक बयान में कहा, ” यह एक युग का अंत है। वह क्या शानदार खिलाड़ी रहे भारत और विश्व कप क्रिकेट के लिए। उनकी कप्तानी की क्षमता एक दम के अलग ही थी ऐसी कि जिसकी बराबरी करना बहुत मुश्किल होगा, खासकर क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में।”
उन्होंने कहा, ” शुरूआती करियर में वनडे में उनकी बल्लेबाजी ने हर किसी को रोमांचित किया। हर अच्छी चीज का अंत होता है और यह बिल्कुल शानदार रहा है। उन्होंने विकेटकीपरों के आने और देश के लिए पहचान बनाने के लिए मानक तय किए हैं। वह मैदान पर बिना किसी मलाल के अलविदा कहेंगे। उनके जैसी नेतृत्व क्षमता मुश्किल से मिलती है। उनका एक शानदार करियर रहा है। मैं उन्हें अपनी शुभकामनाएं देता हूं।”
धोनी ने 2004 में वनडे में पदार्पण किया था। बाद में वह विश्व क्रिकेट में सबसे सफल कप्तान बने। उनकी कप्तानी में ही भारत ने 2007 टी 20 विश्व कप में पाकिस्तान को हराकर चैंपियन बना था।
इसके चार साल बाद ही उन्होंने 2011 विश्व कप में भारत को चैंपियन बनाया था। इसके दो साल बाद ही उनकी कप्तानी में भारतीय टीम इंग्लैंड में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, ” एमएस धोनी आधुनिक युग के महान खिलाड़ियों में से एक हैं। मैं समझता हूं कि यह एक व्यक्तिगत निर्णय है और हम इसका सम्मान करते हैं। ‘माही’ जैसा कि हम सभी उनके साथ प्यार से पेश आते हैं और उनका अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में असाधारण करियर रहा है।”
उन्होंने कहा, ” उनकी कप्तानी प्रेरणादायक और सराहनीय रही है। वह खेल में उस समय से अमीर बनते जा रहे हैं, जिस समय वह शामिल हुए थे। मैं उन्हें आईपीएल और उनके भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं देता हूं।”
धोनी के नाम बतौर कप्तान सबसे ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने का रिकॉर्ड है। उन्होंने कप्तान के रूप में 332 मैच खेले।
उन्होंने भारत के लिए 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी 20 मैच खेले हैं।