कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने बड़ा फैसला किया है। विहिप ने 25 मार्च से आठ अप्रैल के बीच मनाए जाने वाले श्रीराम महोत्सव के दौरान बड़ी-बड़ी शोभा और रथयात्राएं न निकालने का फैसला किया है। इसकी जगह पर स्थानीय स्तर पर छोटे-छोटे कार्यक्रम होंगे।
विहिप का कहना है कि इस वर्ष कार्यक्रम रद्द नहीं किया गया है, बल्कि स्वरूप में परिवर्तन हुआ है। इससे पहले के वर्षो में लंबी-लंबी शोभायात्राएं निकलती रही हैं।
विहिप ने लोगों से बड़ी-बड़ी शोभायात्राओं में भाग लेने की जगह अन्य तरह के आयोजन का सुझाव दिया है। राम महोत्सव के दौरान घरों पर भगवा पताका फहराने और राम मंदिर का स्टीकर लगाने की अपील की है। विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने आईएएनएस से कहा कि संगठन ने सनातन धर्म में आस्था रखने वाले सभी व्यक्तियों से मंदिरों में सामूहिक रूप से 13 अक्षरीय विजय महामंत्र- ‘श्रीराम..जयराम..जयजयराम.. का जाप करने को भी कहा है।’
विनोद बंसल ने कहा, “श्रीराम महोत्सव के दौरान बड़ी-बड़ी शोभायात्राओं और रथयात्राओं की जगह स्थानीय मान्यताओं के अनुसार छोटे कार्यक्रम आयोजित करने की अपील की गई है। सभी से कहा गया है कि स्थानीय स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार ही कार्यक्रम किए जाएं, ताकि किसी को स्वास्थ्य असुविधाओं का सामना न करना पड़ा।”
दरअसल, कर्नाटक मंगलुरु में पिछले साल 29 और 30 दिसंबर को विहिप की केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक हुई थी, जिसमें अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का सुप्रीम कोर्ट की ओर से रास्ता साफ किए जाने पर खुशी जताई गई थी। इसके उपलक्ष्य में विहिप ने देशभर में तीन लाख स्थानों पर धूमधाम से राम महोत्सव मनाने का फैसला किया था।
यह आयोजन 25 मार्च को शुरू होने वाले वर्ष प्रतिपदा से लेकर आठ अप्रैल को हनुमान जयंती तक होना था। मगर, कोरोना वायरस की चुनौती के कारण विहिप ने कार्यक्रम के स्वरूप में परिवर्तन किया है।