अफगानिस्तान के गजनी शहर में रविवार को एक आत्मघाती कार धमाके में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि 179 लोग घायल हो गए। इस धमाके की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। गजनी प्रांत के गर्वनर के प्रवक्ता आरिफ नूरी ने समाचार एजेंसी एफे से कहा, “यह हमला सुबह करीब 8.30 बजे गजनी शहर में राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस) के एक स्थानीय अड्डे के पास हुआ।”
नूरी ने बताया कि धमाके में आठ सुरक्षाकर्मी और चार नागरिक मारे गए हैं।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने इस धमाके की जिम्मेदारी ली है।
मुजाहिद ने कहा, “गजनी शहर में राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस) के एक प्रमुख आधार को शहादत की इच्छा रखने वाले एक हमलावर द्वारा वीबीआईइडी (व्हिकल-बॉर्न इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का उपयोग करते हुए लक्षित किया गया।”
मुजाहिद ने कहा, “हमारी शुरुआती सूचना के मुताबिक, यह अड्डा पूरी तरह नष्ट हो गया है और बड़ी संख्या में एनडीएस कर्मी मारे गए हैं।”
एनडीएस ने बताया कि यह हमला गजनी में इसके पहले प्रवेशद्वार पर स्थित सुरक्षा जांच के स्थान पर हुआ है।
एनडीएस ने कहा, “आसपास स्थित घरों के नागरिक इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। सुरक्षाकर्मियों द्वारा घटना स्थल की घेराबंदी कर दी गई है। “
यह आत्मघाती धमाका कतर में अफगानिस्तान में शांति बहाली के लिए होने वाली वार्ता के शुरू होने के दिन हुआ। यह शांति वार्ता अनौपचारिक और गैर सरकारी स्तर पर तालिबान और काबुल सरकार के प्रतिनिधियों के बीच हो रही है।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इसे ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ कहते हुए आत्मघाती हमले की निंदा की है।
गनी ने कहा, “इस हमले को अंजाम देकर तालिबान ने दिखा दिया है कि वे कह कुछ और रहे हैं, कर कुछ और रहे हैं। कतर में जब वह बातचीत कर रहे हैं, अफगानिस्तान में वे हर दिन निर्दोषों का खून बहा रहे हैं।”