आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन अभिनेत्री पामेला एंडरसन के बारे में ‘बेहूदा’ टिप्पणी कर निशाने पर आ गए हैं। उनकी काफी आलोचना हो रही है। अभिनेत्री ने उनसे विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे की मदद करने का आग्रह किया था। एंडरसन ने मॉरिसन से असांजे को आस्ट्रेलिया लाने के लिए आग्रह किया था। उनके अनुरोध को ठुकराते हुए मॉरिसन ने कहा कि उनके बहुत से साथी हैं, “जिन्होंने मुझसे पूछा है कि क्या वे पामेला के साथ इस मुद्दे को हल करने के लिए मेरे विशेष दूत हो सकते हैं।”
कई नेताओं ने अभिनेत्री का समर्थन करते हुए मॉरिसन की आलोचना की और कहा कि पुरुषों को अब महिलाओं के राजनीतिक तर्को को खारिज करने के लिए उनकी कामुकता का इस्तेमाल करना और उन्हें बदनाम करना बंद कर देना चाहिए।
बीबीसी के मुताबिक, सरकार के एक मंत्री ने प्रधानमंत्री की टिप्पणी का बचाव करते हुए इसे हल्के-फुल्के अंदाज में दिया गया बयान बताया है।
मॉरिसन ने अभी तक एंडरसन की आलोचना का जवाब नहीं दिया है।
आस्ट्रेलियाई नागरिक असांजे ने 2012 में इक्वाडोर के लंदन दूतावास में शरण लेने का दावा किया था ताकि यौन उत्पीड़न के आरोपों पर वह स्वीडन प्रत्यर्पित होने से बच सकें। वह मामाला अब वापस लिया जा चुका है।
वह अमेरिका प्रत्यर्पित किए जाने के डर से दूतावास में ही शरण लिए हुए हैं। पिछले सप्ताह अमेरिकी मीडिया ने बताया कि अधिकारी उसके खिलाफ आरोप तैयार कर रहे हैं।
टीवी शो ‘बेवाच’ में काम कर चुकीं एंडरसन, जो लंबे अरसे से असांजे का समर्थन करती आ रही हैं, उन्होंने नवंबर की शुरुआत में आस्ट्रेलियाई सरकार से असांजे की मदद करने का अनुरोध किया था।
उन्होंने आस्ट्रेलिया के 60 मिनट्स कार्यक्रम में कहा था कि जूलियन असांजे को उनका पासपोर्ट वापस लौटा दिया जाए और उन्हें वापस आस्ट्रेलिया उनके घर ले जाया जाए और उन पर गर्व किया जाए।
बीबीसी के अनुसार, रेडियो कार्यक्रम के तुरंत बाद मॉरिसन का बयान आया जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी सरकार असांजे मामले में हस्तक्षेप नहीं करेगी।