चीन ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 43वें सम्मेलन में कहा कि वर्तमान में विश्व के 16.8 करोड़ लोगों को आपात मानवीय सहायता चाहिए। 7 करोड़ लोग बेघर हैं, और संघर्ष से ग्रस्त क्षेत्रों में 2.4 करोड़ बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं। इन मानवाधिकार मामलों का समाधान करने की आवश्यकता है। शांति के बिना मानवाधिकार हासिल नहीं होगा। चीनी विदेश मंत्रालय के मानवाधिकार मामले के विशेष प्रतिनिधि ल्यू ने संघर्ष व युद्ध पीड़ित जनता के मानवाधिकार पर ध्यान देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र संघर्ष व आतंकवादी कार्रवाई फैल रही हैं। दसेक वर्षो से चल रहे कुछ संघर्ष अब तक हल नहीं हुए हैं। विभिन्न पक्षों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर का पालन करना, समान वार्ता व विचार-विमर्श पर कायम रहकर शांतिपूर्ण रूप से संघर्षो का समाधान करना, सहयोग से शांति की रक्षा करना और विकास से शांति को मजबूत करना चाहिए।