मिस्र के अधिकारियों ने एक अमेरिकी पर्यटक को रिहा कर दिया है, जिसे गीजा के पिरामिडों के सामने कथित तौर पर खुद की तस्वीर लेने की कोशिश करने के बाद गिरफ्तार किया गया था। एफे न्यूज एजेंसी ने रविवार को एक सुरक्षा अधिकारी के हवाले से कहा कि व्यक्ति को शनिवार को उस वक्त हिरासत में लिया गया था, जब वह पिरामिड परिसर के अंदर तस्वीरें लेने का प्रयत्न कर रहा था।
पिरामिड परिसर में गीजा का महान पिरामिड, खफरे का पिरामिड और मेनक्योर का पिरामिड शामिल हैं, जो काहिरा के बाहरी इलाके में स्थित है।
परिसर के अंदर सुरक्षाकर्मियों द्वारा पकड़े जाने के समय पर्यटक के पास उसका पासपोर्ट नहीं था।
सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि जाहिरा तौर पर व्यक्ति नशे के प्रभाव में था, पर्यटक द्वारा सार्वजनिक स्थान पर अभद्रता के लिए जांच की गई है।
पर्यटक को फिर भी उसकी गिरफ्तारी के बाद से 24 घंटे से भी कम समय में रिहा कर दिया गया।
दक्षिण गीजा जिले में स्थित अटॉर्नी कार्यालय ने एक बयान में कहा कि कार्यालय ने अमेरिकी व्यक्ति और उसके साथ सफर कर रहे दूसरे यात्री दोनों पर पांच हजार मि पाउंड (300 डॉलर) का जुर्माना लगाने के बाद पर्यटक और उसके मित्र को रिहा करने का फैसला किया।
दोनों अमेरिकी दूतावास के एक प्रतिनिधि के साथ थे, सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि पर्यटक अब उत्तरी अफ्रीकी राष्ट्र छोड़ सकते हैं।
वर्ष 2018 में गीजा के महान पिरामिड के ऊपर एक डेनिश युगल ने संभोग करने के दौरान एक वीडियो रिकॉर्ड किया था।
वर्ष 2015 में गीजा में एक वयस्क-सामग्री वाला वीडियो शूट हुआ था, जिसके बाद से मिस्र में विवाद बढ़ गया था।
इसी साल एक जर्मन नागरिक अंदरेज सिसिएल्स्की किसी एक पिरामिड में चढ़ा और अपने इस एडवेंचर का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया और उस पर मि में प्रवेश को लेकर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया।
कानून के अनुसार पिरामिड पर चढ़ना अपराध है।