कोरोनावायरस (कोविड-19) से निपटने के लिए ईजाद किए गए टीके का पहला परीक्षण अपेक्षित समय से पहले शुरू कर दिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह जानकारी दी।
उन्होंने सोमवार को प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “यह इतिहास में सबसे तेजी से विकसित कर लॉन्च किया गया टीका है।”
वैक्सीन विकसित करने वाली निजी कंपनी, मॉडर्ना ने कहा कि परीक्षण के पहले चरण में पहले वॉलंटियर का टीकाकरण किया गया है। परीक्षण में 45 वॉलंटियर हिस्सा ले रहे हैं।
एमआरएनए-1273 पुकारे जाने वाले टीके के साइड इफेक्ट को जांचने के लिए और टीके के प्रभाव को जानने के लिए इसे दो और चरणों के परीक्षणों से गुजरना पड़ेगा और इस प्रक्रिया में कम से कम एक साल लग सकता है।
मॉर्डना ने कहा कि यह पहले से ही टीके के दूसरे चरण के परीक्षण की तैयारी कर रहा हैं, जो कुछ महीनों में शुरू हो सकता है।
ट्रंप ने कहा कि बीमारी के इलाज के लिए दवाएं विकसित करने के प्रयास भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
कोरोनोवायरस बीमारी से निपटने के लिए प्रशासन के प्रमुख वैज्ञानिक एंथनी फौसी ने कहा कि उन्हें लगा था कि परीक्षण के लिए टीके के तैयार होने से पहले दो या तीन महीने लग जाएंगे लेकिन यह 65 दिनों में तैयार हो गया।
उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि यह रिकॉर्ड है।”
फौसी ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज’ के निदेशक हैं, जो टीका विकसित करने में मॉर्डना के साथ सहयोग कर रहा है।