कांग्रेस ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उस टिप्पणी पर पलटवार किया जिसमें उन्होंने पार्टी पर सीएए को लेकर गुमराह करने और दंगे भड़काने का आरोप लगाया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर रविवार को विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा था कि नागरिकता कानून पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने जनता को गुमराह किया और दंगे करवाने का काम किया है।
कांग्रेस नेता राजीव सातव ने कहा, “देश जानता है कि वे (भाजपा) दंगें करवाने में चैंपियन है। युवाओं, बेरोजगारी और मंहगाई के मुद्दों पर सरकार चुप क्यों है?”
इससे पहले शाह ने यहां इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित ‘अपना बूथ, सबसे मजबूत’ रैली को संबोधित करते हुए कहा था, “क्या दिल्ली की जनता राजनीति करने और दंगा कराने वालों की सरकार चाहती है? सीएए में क्या कोई बुराई है? पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए अल्पसंख्यकों को नागरिकता क्यों नहीं मिलनी चाहिए? आप में हिम्मत नहीं थी, मोदी जी ने महात्मा गांधी के वादे को पूरा किया और अब आप देश के नागरिकों (अल्पसंख्यकों) को भड़काने का काम कर रहे हो?”
शाह ने कहा कि वह अल्पसंख्यकों को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि सीएए से किसी की नागरिकता नहीं छिनी जा रही है। यह नागरिकता देने का प्रावधान है, लेने का नहीं।
ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हुए हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “केजरीवाल जी, सोनिया जी, राहुल जी कहते हैं कि पाकिस्तान में कहां अत्याचार है? आंखें खोल कर देखें कि हाल ही में ननकाना साहिब में हमला कर सिख समुदाय को आतंकित करने का काम पाकिस्तान ने किया। सीएए का विरोध कर रहे लोगों के लिए यह एक जवाब है। ऐसी घटना के चलते सिख यहां नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे?”