राहुल ने कार्यकर्ताओं से किसानों को भोजन और आश्रय देने की अपील की
राहुल गांधी ने किसानों के लिए हैश टैग स्पीक अप फॉर फार्मर्स कैंपेन शुरू किया है। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी शेयर किया है।
नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे प्रदर्शनकारी किसानों को भोजन और आश्रय प्रदान करें और उनके दैनिक कामों में मदद प्रदान करें। राहुल गांधी ने किसानों के लिए हैश टैग स्पीक अप फॉर फार्मर्स कैंपेन शुरू किया है। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी शेयर किया है। वीडियो के साथ राहुल गांधी ने लिखा, “मोदी सरकार ने किसानों पर अत्याचार किए। पहले काले कानून, फिर चलाए डंडे, लेकिन वो भूल गए कि जब किसान आवाज उठाता है तो उसकी आवाज पूरे देश में गूंजती है। किसान भाई-बहनों के साथ हो रहे शोषण के खिलाफ आप भी हैश टैग स्पीक अप फॉर फार्मर्स कैंपेन के माध्यम से जुड़िए।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि विरोध प्रदर्शनों में इतनी वृद्धि एक संकेत है कि किसान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की कठोर नीतियों के विरोध में हैं। किसानों की एमएसपी, मंडियों और सामूहिक सौदेबाजी के अधिकारों को बहाल करने की मांग वास्तविक है और यह उनका संवैधानिक अधिकार है।
उन्होंने आगे कहा कि देश के अन्नदाता (जो हमें खाना खिलाते हैं) को चालाकी से धोखा देकर प्रधानमंत्री मोदी ने हर नागरिक का भरोसा तोड़ा है। राहुल ने कहा कि हम किसानों के लिए बोलते हैं और मोदी जी को याद दिलाते हैं कि उनकी निष्ठा हमारे राष्ट्र के प्रति होनी चाहिए न कि कुछ करीबी मित्रों की।
इस बीच किसान नेता अपने रुख पर अड़े हुए हैं, क्योंकि उन्होंने केंद्र सरकार के साथ बातचीत के लिए बुराड़ी मैदान जाने का प्रस्ताव ठुकरा दिया है।
एक किसान नेता ने आईएएनएस को बताया, “हम उत्तर-पश्चिम दिल्ली के बुराड़ी मैदान में शिफ्ट नहीं होंगे, क्योंकि यह सिर्फ हमें दरकिनार करने और उनके क्रूर कृषि कानूनों के खिलाफ हमारे विरोध को विफल करने के लिए एक और चाल है।”
उन्होंने कहा कि किसान, जिनमें अधिकतर पंजाब और हरियाणा के किसान शामिल हैं, वह सिंघु और टीकरी बॉर्डर की सीमा को तब तक बंद रखेंगे, जब तक सरकार इन कानूनों को रद्द नहीं कर देती।