श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना ने मौजूदा राजनीतिक संकट को सुलझाने के लिए पांच नवंबर को संसद का सत्र बुलाने का फैसला किया। प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति सचिवालय में एक समारोह में राजपक्षे ने कहा कि सिरिसेना ने अपने फैसले के बारे में उन्हें सूचित किया है।
राष्ट्रपति का यह कदम संसद अध्यक्ष कारू जयसूर्या के सिरिसेना से बुधवार को मुलाकात और उनसे जारी राजनीतिक संकट को हल करने के लिए संसद बुलाने के आग्रह के बाद आया है।
श्रीलंका में राजनीतिक संकट राष्ट्रपति सिरिसेना द्वारा रानिल विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त करने के बाद राजपक्षे की प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्ति से पैदा हुआ।
जयसूर्या ने कहा कि उनके पास 125 सांसदों के हस्ताक्षर हैं और सांसदों ने उनसे संसद बुलाने का आग्रह किया है, जिससे मतदान से पता चल सके कि किस पार्टी को बहुमत प्राप्त है।
सिरिसेना ने 27 अक्टूबर को संसद को 16 नवंबर तक के लिए निलंबित कर दिया था।