औद्योगिक पार्क रेटिंग की एक प्रणाली विकसित करने से औद्योगिक प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने में मदद मिलेगी और देश के विनिर्माण सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा। यह बात केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को यहां कही।
औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) द्वारा औद्योगिक रेटिंग पर तैयार की गई एक रपट को यहां जारी करते हुए प्रभु ने कहा कि इस तरह की कोई प्रणाली नीति निर्माताओं और निवेशकों के लिए एक उपयोगी औजार होगी।
उन्होंने कहा, “भारत को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में शीर्ष 50 देशों में शामिल कराने के लिए मंत्रालय ने राज्यों और 3,300 से अधिक औद्योगिक कलस्टरों में अवसंरचना अध्ययन का काम शुरू किया है, ताकि देश में औद्योगिक पार्को में अवसंरचना की गुणवत्ता का आंकलन किया जा सके।”
प्रभु ने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय देश में चार मानदंडों के आधार पर औद्योगिक पार्को का आकलन करने के लिए प्रणाली विकसित कर रहा है। इन मानदंडों में आंतरिक और बाहरी अवसंरचना, पर्यावरण और सुरक्षा प्रबंधन के साथ ही व्यापार सेवा और सुविधाएं शामिल हैं।