भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश कमेटी के लिए पदाधिकारियों की टीम होली के बाद घोषित होगी। टीम को लेकर प्रदेश स्तर पर अंतिम चर्चा हो गई है। मिशन 2022 को लेकर नई टीम में जातीय संतुलन और युवाओं को तरजीह मिलने की पूरी संभावना है। मौजूदा टीम से करीब 40 फीसदी लोगों की छुट्टी भी तय मानी जा रही है।
सूत्रों का कहना है कि टीम स्वतंत्र देव में लगभग 60 फीसदी चेहरे पिछली टीम से बने रह सकते हैं। टीम में 15 उपाध्यक्ष, सात महामंत्री और 16 मंत्रियों को शामिल किए जाने उम्मीद है।
टीम में नए और पुराने कार्यकर्ताओं का मिश्रण होगा। कई जिलाध्यक्षों, क्षेत्रीय अध्यक्षों और युवा मोर्चा अध्यक्ष सहित कई युवा चेहरों के नामों पर चर्चा हुई है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव और संगठन के महामंत्री सुनील बंसल ने अगले विधानसभा चुनाव और जातीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए इस पर काफी मंथन किया है।
जातीय और क्षेत्रीय संतुलन के अलावा नई टीम के सामने कई चुनौतियां हैं। एक पद एक व्यक्ति के फॉर्मेूले के आधार पर कई बड़े नाम नई कमेटी से छंट जाएंगे। उपाध्यक्ष संजीव बलियान, नवाब सिंह नागर, जेपीएस राठौर, कांता कर्दम, धर्मवीर प्रजापति, कौशलेंद्र पटेल आदि की कुर्सी बचना मुश्किल है।
भाजपा के दो महामंत्री अब योगी सरकार में मंत्री बन गए हैं। अशोक कटारिया व नीलिमा कटियार के प्रदेश टीम में होने के आसार कम हैं।
इसी तरह अगर पार्टी के रणनीतिकार विधायकों या सांसदों को टीम में जगह नहीं देने का फैसला करते हैं तो अक्षयवर लाल गौड़, जो बहराइच से सांसद हैं, पुष्पेंद्र खंडेलवाल जो आगरा से विधायक हैं, सुरेश तिवारी जो अवध क्षेत्र के अध्यक्ष और कैंट से विधायक हैं, इनके साथ बी. एल. वर्मा आदि को भी बाहर किया जा सकता है।
हालांकि, नोएडा विधायक व महामंत्री और रक्षामंत्री के पुत्र पंकज सिंह टीम में रह सकते हैं। उनका फैसला दिल्ली का शीर्ष नेतृत्व करेगा।
सूत्र बताते हैं कि अगर पाठक केंद्र में जे. पी. नड्डा की टीम में जाते हैं, तो उनको प्रदेश की टीम में जगह नहीं मिलेगी। इसी तरह पार्टी उपाध्यक्ष दया शंकर सिंह और उनकी पत्नी स्वाति सिंह के मंत्री पद पर होने के कारण ये टीम स्वतंत्र देव से बाहर हो सकते हैं।
नए चेहरों में भाजपा की मीडिया टीम में बने हुए संजय राय, राकेश त्रिपाठी का प्रमोशन हो सकता है। इन दोनों को टीम स्वतंत्र देव में बड़ी जिम्मेदारी मिलने की संभावना बताई जा रही है। इसी तरह से हीरो बाजपेयी, समीर सिंह, डॉ. चंद्रमोहन और हरीश श्रीवास्तव भी अपनी ताकत झोंके हुए हैं।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि सूची बिल्कुल फाइनल हो चुकी है, पर उसे शीर्ष नेतृत्व को बिना दिखाए जारी नहीं किया जा सकता। इन दिनों राष्ट्रीय अध्यक्ष की शादी-विवाह के पारिवारिक आयोजनों में व्यस्तता रही है। इसी कारण सूची रुकी हुई थी। संभावना है कि होली के एक-दो दिन बाद सूची जारी कर दी जाएगी।
प्रदेश प्रवक्ता हरीश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री इस पर विचार-विमर्श करते हैं। इसके बाद उसकी घोषणा की जाती है। यह टीम शीघ्र घोषित कर दी जाएगी।