भारत ने मंगलवार को बांग्लादेश को रोमांचक मैच में 28 रनों से मात दे आईसीसी विश्वकप-2019 के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। भारत द्वारा रखे गए 315 रनों के लक्ष्य के सामने बांग्लादेश ने काफी संघर्ष किया, लेकिन 48 ओवरों में सभी विकेट खोकर 286 रन ही बना सकी।
इस जीत के बाद भारत के आठ मैचों में छह जीत, एक हार और एक रद्द मैच के बाद 13 अंक हो गए हैं। वह दूसरे स्थान पर ही कायम हैं।
बांग्लादेश को इससे झटका लगा है। सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए उसे अब पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच में जीत हासिल करनी होगी साथ ही दूसरी टीमों के मैचों के परिणामों पर भी निर्भर रहना होगा।
एजबेस्टन में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीत बल्लेबाजी चुनी। रोहित शर्मा (104) और लोकेश राहुल (77) ने टीम को शानदार शुरुआत दी। लेकिन, बाद में रफ्तार ऐसी ही नहीं रह सकी। आखिरी के पांच ओवरों में भारतीय टीम 35 रन ही बना सकी और चार विकेट गंवा बैठी। बांग्लादेश के लिए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुस्ताफिजुर रहमान ने 10 ओवरों में 59 रन देकर पांच विकेट लिए। आखिरी ओवर में रहमान ने सिर्फ तीन रन दिए और दो विकेट लिए। भारतीय टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 314 का स्कोर खड़ा किया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश जानती थी कि इस मैच में जीत हासिल करने के लिए एक बार फिर शाकिब को कमाल करना होगा। शाकिब ने अच्छी बल्लेबाजी की और जब तक मैदान पर थे टीम की उम्मीदें जिंदा थीं, लेकिन हार्दिक पांड्या ने 34वें ओवर की पांचवीं गेंद पर शाकिब को आउट कर बांग्लादेश की जीत की उम्मीदें खत्म कर दीं। शाकिब ने 74 गेंदों का सामना किया और छह चौकों की मदद से 66 रन बनाए। उनके जाने के बाद सब्बीर रहमान (36) और मोहम्मद सैफउद्दीन (नाबाद 51) ने संघर्ष जारी रखा लेकिन जसप्रीत बुमराह ने 48वें ओवर की आखिरी दो गेंदों पर दो विकेट लेकर सैफउद्दीन की बेहतरीन पारी को जाया कर भारत को जीत दिलाई।
सब्बीर और सैफउद्दीन ने सातवें विकेट के लिए 66 रनों की साझेदारी की। बुमराह ने 245 के कुल स्कोर पर इस साझेदारी को तोड़ा। सैफउद्दीन ने फिर रुबले हुसैन (9) के साथ मिलकर टीम को जीत के रास्ते पर बनाए रखा। यहां भी बुमराह ने बेहतरीन यॉर्कर से रुबेल को आउट किया और फिर अगली ही गेंद पर मुस्ताफीजुर रहमान को बोल्ड कर भारत को जीत दिलाई और सैफउद्दीन को मायूस किया। सैफउद्दीन ने अपनी नाबाद पारी में 38 गेंदों का सामना किया और नौ चौके मारे।
बुमराह ने चार विकेट लिए। हार्दिक पांड्या ने भी बांग्लादेश के तीन अहम विकेट अपने नाम किए। युजवेंद्र चहल, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी को एक विकेट मिला।
बांग्लादेश को शुरुआत धीमी लेकिन सधी मिली थी। तमीम इकबाल (22) और सौम्य सरकार ने पहले विकेट के लिए 39 रन जोड़े। शमी ने तमीम को पवेलिन भेजा। सरकार और शाकिब ने टीम का स्कोर 74 तक पहुंचा और यहां आते ही पांड्या ने सरकार का विकेट गिरा दिया।
शाकिब के साथ मुश्फीकुर रहीम थे। यह जोड़ी भारत के लिए बेहद खतरनाक थी। इन दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 47 रन जोड़ लिए थे। तभी रहीम, चहल की गेंद पर स्वीप करने के प्रयास में मिडविकेट पर शमी के हाथों लपके गए।
रहीम (24) के जाने के बाद सब कुछ शाकिब के हाथ में था और लिटन दास (22) उनका अच्छा साथ भी दे रहे थे, लेकिन पांड्या ने इन दोनों को आउट कर मैच भारत के पक्ष में मोड़ दिया। इन दोनों के विकेट के बीच में मोहाद्देक हुसैन (3) को बुमराह ने अपना शिकार बना लिया।
सैफउद्दीन, सब्बीर ने अपनी टीम के लिए जीत का संघर्ष जारी तो रखा लेकिन बुमराह ने उसे अंजाम तक पहुंचने से रोक लिया।
इससे पहले, रोहित की बेहतरीन बल्लेबाजी ने बांग्लादेशी गेंदबाजों को खूब परेशान किया। रोहित ने इंग्लैंड के खिलाफ पिछले मैच में शतक लगाया था। इस मैच में जब वह बल्लेबाजी करने उतरे तो लगा कि उन्होंने वहीं से शुरुआत की है। राहुल ने उनका बखूबी साथ दिया।
रोहित को शुरुआत में एक जीवनदान भी मिला। तमीम ने उनका कैच छोड़ दिया। यहां रोहित सिर्फ नौ रनों के निजी स्कोर पर थे। रोहित ने जीवनदार का फायदा उठाया और ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। उन्होंने 29वें ओवर की आखिरी गेंद पर एक रन लेकर इस विश्व में अपना चौथा और कुल 26 शतक पूरा किया।
अगले ओवर में वह सरकार की गेंद पर लिटन को कैच देकर पवेलियन लौट लिए। उन्होंने राहुल के साथ पहले विकेट के लिए 176 रन जोड़े। यह विश्वकप में भारत के लिए पहले विकेट की अभी तक की सबसे बड़ी साझेदारी है। रोहित ने 92 गेंदों का सामना किया और सात चौके व पांच छक्के मारे।
रोहित के जाने के बाद राहुल भी तीन ओवर बाद रुबेल हुसैन का शिकार हो गए। उन्होंने 92 गेंदों का सामना किया और छह चौके व एक छक्का मारा।
कप्तान कोहली का विश्वकप का छठा अर्धशतक नहीं लगा सके। रहमान ने उन्हें 237 के कुल स्कोर पर रुबेल के हाथों कैच कराया। कोहली ने 27 गेंदों पर 26 रन बनाए। हार्दिक पांड्या बिना खाता खोले पवेलियन लौट लिए।
अब ऋषभ पंत और महेंद्र सिंह धोनी क्रीज पर थे और भारत को 350 के आस-पास पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन पंत 41 गेंदों में 48 रन बनाकर 45वें ओवर की पहली गेंद पर 277 के कुल स्कोर पर आउट हुए। दिनेश कार्तिक (9) का बल्ला तेजी से रन नहीं बना सका।
धोनी ने आखिरी ओवर में शुरुआती दो गेंदों पर एक भी रन नहीं लिया और अगली गेंद पर आउट हो गए। भुवनेश्वर कुमार (2) पांचवीं और मोहम्मद शमी (1) आखिरी गेंद पर आउट हुए।